Edited By Jyoti,Updated: 16 Aug, 2019 01:32 PM
परफ्यूम इत्र, डिओडोरेंट आदि सब यूज करते हैं। इसका इस्तेमाल तन के पसीने आदि की दुर्गंध को दूर करने के लिए किया जाता है। आज कल बहुत तरह के नए डिओडोरेंट परफ्यूम आदि चल पड़े हैं जिससे हमारे शरीर से अच्छी महक आती है।
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परफ्यूम इत्र, डिओडोरेंट आदि सब यूज करते हैं। इसका इस्तेमाल तन के पसीने आदि की दुर्गंध को दूर करने के लिए किया जाता है। आज कल बहुत तरह के नए डिओडोरेंट परफ्यूम आदि चल पड़े हैं जिससे हमारे शरीर से अच्छी महक आती है। अब ये सब तो हर कोई जानता है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि इत्र लगाने से आपकी किस्मत बदल सकती है। हम जानते हैं आप के दिमाग में आ रहा होगा कि भला इत्र का भला हमारी किस्मत का क्या संबंध?
आपको इसके लिए ज्यादा दिमाग लगाने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हम आपको इससे जुड़ी ऐसी ही बताने वाले हैं कि कैसे अच्छी सुगंध का इत्र का इस्तेमाल करने से हमारे जीवन पर प्रभाव पर पड़ता है।
ज्योतिष व वास्त्र शास्त्र की मानें तो कपड़ों पर छिड़कने के अलावा इत्र का इस्तेमाल अपने किस्मत बदलने के लिए भी किया जाता है। अगर इसका ठीक तरह से प्रयोग किया जाए तो जीवन में धन की प्राप्ति का योग बनता है और साथ ही मनचाहा प्यार भी मिलता है।
यहा जानें इत्र से जुड़े उपाय-
जो व्यक्ति किसी से प्यार करता हो और उसके साथ सजाए शादी के सपनों को हकीकत में बदलना चाहता हो, या किसी शादीशुदा व्यक्ति के जीवन में किसी तरह की परेशानी आ रही हो तो ऐसे में सफ़ेद वस्त्र धारण कर किसी भी देव स्थल पर गुलाब व चमेली का इत्र अर्पित करें। मान्यता है ऐसा करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पैसों वाले पर्स को कभी खाली न रखें। अगर पर्स खाली हो भी तो एक भूरे रंग के पर्स में चार नोटों पर चंदन का इत्र लगाकर रखें और इन नोटों को कभी भी खर्च न करें। ऐसा कहा जाता इस इत्र की खुशबू से धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा से आपका पर्स हमेशा भरा रह सकता है ।
आज कल के समय नौकरी आदि करना कोई आसान काम नहीं माना जाता। किसी भी नई जगह जाकर अपना एक नी पहचान बना पाना मुश्किल होता है। तो अगर आप भी इस दौड़ में सबको पीछे छोड़कर आगे निकलना चाहते हैं तो मोगरा, रातरानी और चंदन के इत्र का इस्तेमाल करें। इससे ऑफिस में तरक्की मिलने की संभावना बढ़ सकती है।
इसके अलावा देवी देवआओं को प्रसन्न करने के लिए चंदन, कपूर, चंपा, गुलाब, केवड़ा आदि का इत्र अर्पित किया जा सकता है।