Edited By ,Updated: 17 Feb, 2015 08:56 AM

महेश्वर भगवान शंकर को प्रसन्न करने का अत्यंत सरल और अचूक मंत्र। इस मंत्र का प्रतिदिन रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए। जप उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही करना
महेश्वर भगवान शंकर को प्रसन्न करने का अत्यंत सरल और अचूक मंत्र। इस मंत्र का प्रतिदिन रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए। जप उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही करना चाहिए। जाप करने से पहले शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित करके जलाभिषेक करना चाहिए। यह शिव मंत्र अमोघ एवं मोक्षदायी है तथा विषम काल में यदि भक्त पर कोई कठिन व्याधि या समस्या आन पड़े तब श्रद्धापूर्वक इस मंत्र का एक लाख जप करना चाहिए। यह बड़ी से बड़ी समस्या और विघ्न को टाल देता है।
मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विदमहे, महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात्।
विधि: सर्वप्रथम उत्तरमुखी होकर किसी भी शिध आसन पर बैठ जाएं। शिवलिंग पर जल से अभिषेक करें। तत्पश्चात चमेली के तेल का दीपक जलाएं। गूगल कि धूप जलाएं। सिंदूर अर्पित करें। चंदन से पार्थिव शिवलिंग अथवा घर में विराजित पारद शिवलिंग (पारदेश्वर) पर त्रिपुंड बनाएं। लाल फूल अर्पित करें। गुड़ का भोग लगाएं। तत्पश्चात रुद्राक्ष अथवा लाल चंदन कि माला से इस मंत्र का इच्छानुसार एक माला यां तीन माला अथवा पांच माला जाप करें।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल kamal.nandlal@gmail.com