Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Apr, 2024 03:48 PM
अयोध्या के कनक महल में !! मां कौशल्या के आंचल में!! जनम लियो मेरे राम !! जनम लियो मेरे राम !! राम नवमी का पर्व भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। वाल्मीकि
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Ram navmi 2024: अयोध्या के कनक महल में !! मां कौशल्या के आंचल में!! जनम लियो मेरे राम !! जनम लियो मेरे राम !!
राम नवमी का पर्व भगवान राम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। वाल्मीकि रामायण के अनुसार, भगवान राम का जन्म चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन कर्क लग्न में अभिजीत मुहूर्त में हुआ था। रामनवमी का पर्व चैत्र मास की नवरात्रि का आखिरी दिन होता है। रामनवमी का पर्व भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। साथ ही इस साल राम नवमी का पर्व इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार राम लला अपना जन्मोत्सव अपने महल यानि राम मंदिर में मनाएंगे और इस विशेष दिन पर लाखों श्रद्धालु राम लला के दर्शन करने भी पहुंचेंगे लेकिन जो लोग अयोध्या नहीं जा पाएंगे वो इस दिन अपने घर पर ही शुभ मुहूर्त और सही विधि से श्री राम चंद्र का ध्यान कर उनकी पूजा अराधना कर सकते हैं। राम नवमी की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि, आईए जानते हैं।
पंचांग के अनुसार, चैत्र मास की नवमी तिथि का आरंभ 16 अप्रैल के दिन मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगा और इसका समापन 17 अप्रैल को दोपहर 3 बजकर 15 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार रामनवमी का पर्व यानि राम जन्मोत्सव 17 अप्रैल दिन बुधवार को मनाया जाएगा। ये ही नहीं इस बार 17 अप्रैल को पूरे दिन रवि योग भी रहने वाला है। जिस वजह से इस दिन किए गए पूजा पाठ के आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।
राम नवमी के दिन अगर आप राम मंदिर न जा पाएं तो घर पर कैसे करें पूजा ?
पूजा के लिए सबसे पहले एक लकड़ी की चौकी लें।
उस पर लाल रंग का एक कपड़ा बिछाएं।
इसके बाद राम परिवार जिसमें भगवान राम, लक्ष्मण जी, माता सीता और हनुमान जी हो ऐसी मूर्ति गंगा जल से शुद्ध करके स्थापित करें।
इसके बाद सभी को चंदन या रोली से तिलक करें।
फिर उन्हें अक्षत, फूल आदि पूजन सामग्री चढ़ाएं।
इसके बाद घी का दीपक जलाकर राम रक्षा स्त्रोत, श्रीराम चालीसा और रामायण की चौपाइयों का पाठ करें।
आप चाहें तो इस दिन सुंदर कांड के पाठ या हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं।
इसके अलावा भगवान राम की कृपा पाने के लिए इस दिन व्यक्ति को रामायण का पाठ और राम रक्षा स्तोत्र का पाठ भी करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
इस दिन भगवान राम के मंदिर में जाकर उन्हें पीले रंग के वस्त्र अर्पित करें। साथ ही पीले रंग के फूलों से बनी माला भी अर्पित कर उनकी स्तुति करें।