Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Mar, 2024 08:19 AM
सनातन धर्म में हर ग्रंथ का अपना महत्वपूर्ण स्थान होता है। चाहे वह श्रीमद्भगवद्गीता हो, पुराण हो, रामचरितमानस हो या शिव पुराण हो लेकिन आज हम बात करेंगे गरुड़ पुराण की। वैसे तो गरुड़ पुराण हिंदू धर्म
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Garuda Purana: सनातन धर्म में हर ग्रंथ का अपना महत्वपूर्ण स्थान होता है। चाहे वह श्रीमद्भगवद्गीता हो, पुराण हो, रामचरितमानस हो या शिव पुराण हो लेकिन आज हम बात करेंगे गरुड़ पुराण की। वैसे तो गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें मृत्यु के बाद की घटनाओं के बारे में बताया गया है। इसे आमतौर पर घर पर किसी परिजन की मृत्यु पश्चात सुना-सुनाया जाता है। जिसके चलते लोगों के मन ये सवाल होता है कि क्या गरुड़ पुराण को घर में रखना चाहिए या नहीं। कब गरुड़ पुराण को पढ़ना चाहिए।
सबसे पहले आपको बता दें कि गरुड़ पुराण में कर्मों के अनुसार मृत्यु पश्चात की स्थितियों का वर्णन किया गया है। इसके अधिष्ठाता देव भगवान विष्णु हैं, गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु अपने वाहन गरुड़ से बात करते हैं। कहा जाता है कि एक बार जब गरुड़ ने प्राणियों की मृत्यु, यमलोक, स्वर्ग, नरक सद्गति आदि से जुड़े रहस्य युक्त प्रश्न पूछे, तब भगवान विष्णु ने इन सभी सवालों का विस्तार पूर्वक जवाब दिया। इन्हीं प्रश्नों के उत्तर के आधार पर गरुड़ पुराण तैयार हुआ है। गरुड़ पुराण का पाठ पढ़ने या सुनने से व्यक्ति को आत्मज्ञान सदाचार, भक्ति, ज्ञान, यज्ञ, तप और तीर्थ आदि के महत्व के बारे में पता चलता है।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, गरुड़ पुराण घर पर तब ही पढ़ा जाता है। जब किसी परिजन की मृत्यु हो जाए। जिस व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है उसकी आत्मा की शांति के लिए गरुड़ पुराण का पाठ किया जाता है। ऐसा इसलिए भी कहा जाता है कि क्योंकि मृतक की आत्मा 13 दिनों तक घरों में ही रहती है और गरुड़ पुराण का पाठ इस दौरान करने से उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी बीच बता दें कि गरुड़ पुराण में धर्म, व्रत, पूजा-पाठ और नीति-नियमों के बारे में भी बताया गया है इसलिए हर व्यक्ति को गरुड़ पुराण जरूर पढ़ना चाहिए।
बता दें कि गरुड़ पुराण अन्य 17 पुराणों से अलग है इसलिए इसे पढ़ते समय आपको विशेष सावधानी और कुछ नियमों का पालन करने की जरूरत है।
तो वही एक और जरूरी बात गरुड़ पुराण को लेकर लोगों के मन में यह भी संदेह रहता है कि क्या इस ग्रंथ को घर पर रखना चाहिए या नहीं क्योंकि ऐसी मान्यताएं हैं कि गरुड़ पुराण मृत्यु के बाद पढ़ा जाने वाला ग्रंथ है। इसलिए इसे घर पर नहीं रखना चाहिए लेकिन आपको बता दें कि गरुड़ पुराण को घर में रखना कोई गलत नहीं है। गरुड़ पुराण मोक्ष प्राप्ति का साधन है इसलिए आप इसे घर पर रख सकते हैं। घर पर गरुड़ पुराण ग्रंथ रखने से नकारात्मक शक्तियों व ऊर्जाओं का नाश होता है और साथ ही साथ रोग-दोष भी दूर रहते हैं।