Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Dec, 2023 08:09 AM
जिनकी भी जन्म तारीख 9, 18, 27 है, वे सब मूलांक 9 के अंतर्गत आते हैं l मूलांक 9 का स्वामी मंगल है। मंगल को ग्रहों का सेनापति माना गया है। अतः आपके अन्दर भी सेनापति, नायक, मुखिया इत्यादि बनने की चाह
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Good luck 2024 For Radix 9: जिनकी भी जन्म तारीख 9, 18, 27 है, वे सब मूलांक 9 के अंतर्गत आते हैं l मूलांक 9 का स्वामी मंगल है। मंगल को ग्रहों का सेनापति माना गया है। अतः आपके अन्दर भी सेनापति, नायक, मुखिया इत्यादि बनने की चाह सामाजिक क्षेत्रों में बनी रहेगी। रोजगार व्यवसाय में एकाधिकार की प्रवृत्ति आप में पाई जायेगी। आपके अन्दर साहस अधिक होने से आप अपने कार्यों को अदम्य साहस से करते हुये कठिनाईयों को आसानी से पार कर लेंगे। स्वभाव में आपके तेजी व फुर्ती एवं जल्दबाजी रहेगी। आपकी सदैव यही कोशिश रहेगी कि आप जो भी कार्य हाथ में लें वह शीघ्र समाप्त हो जाये। आपके स्वभाव में साहसीपन होने से आपको दुःसाहस के कार्यों से सदैव दूर रहना हितकर रहेगा। आप अनुशासन प्रिय रहेंगे एवं दूसरों से अनुशासन रखने की अपेक्षा करेंगे। खुशामद एवं चापलूसी से आप प्रभावित होकर कभी-कभी नुकसान भी उठायेंगे। अतः खुशामदी एवं चापलूस व्यक्तियों से सदैव बचें।
मंगल ग्रह के प्रभाव से क्रोध की मात्रा भी आप में रहेगी। इससे आपके विरोधी उत्पन्न होंगे। शत्रुओं की संख्या कम रहेगी एवं आप में शत्रुओं को दमन करने का बल हमेशा बना रहेगा।
वर्ष 2024 का अंक 8 आपके मूलांक के साथ सम प्रभाव रखता है परंतु वर्ष 24 का अंक 6 मित्रवत प्रभाव दर्शाता है l अत: कुल मिलकर यह वर्ष आपके लिए ठीक ठाक रहने वाला है l आपको सौम्यता का व्यवहार रखना भाग्य में वृद्धि कारक रहेगा। वर्ष को अनुकूल बनाने हेतु हनुमान चालीसा का नित्य पाठ करें l इसके आलावा भगवान नरसिंह की उपासना भी आपके लिए शुभ रहेगी l
शुभ रंग – लाल
शुभ अंक – 3, 6, 9
शुभ वार – मंगलवार
शुभ माह – मार्च, जून, सितम्बर
शुभ धातु – ताम्बा
शुभ रत्न – मूंगा
व्रत – मंगलवार का
अनुकूल देवता – हनुमान जी, भगवान नरसिंह
मंत्र - ऊँ क्राँ क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः।।
जीवन में मंगल ग्रह के शुभ प्रभावों की वृद्धि हेतु मंगल गायत्री मंत्र का प्रातः स्नान के बाद ग्यारह, इक्कीस या एक सौ आठ बार जप करना लाभप्रद रहेगा।
मंगल गायत्री मंत्र - ऊँ अंगारकाय विद्महे शक्तिहस्ताय धीमहि तन्नो भौमः प्रचोदयात्।।
आचार्य अनुपम जौली
anupamjolly@gmail.com