Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Jan, 2024 07:52 AM
सिख समुदाय ने रविवार को हसनबदल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की 358वीं जयंती मनाई। इस पवित्र दिन नगर कीर्तन व शोभायात्रा निकाली
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गुरदासपुर (विनोद): सिख समुदाय ने रविवार को हसनबदल स्थित गुरुद्वारा पंजा साहिब में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की 358वीं जयंती मनाई। इस पवित्र दिन नगर कीर्तन व शोभायात्रा निकाली गई जिसमें गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ करते ग्रंथी और फूलों से सजी पालकी शामिल थी।
सीमापार सूत्रों के अनुसार नगर कीर्तन में मुख्य आकर्षण खालसा स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा गतका, सिख मार्शल आर्ट व अन्य तलवार अभ्यास का प्रदर्शन था जो इस शुभ अवसर पर प्रदर्शन करने के लिए खैबर पख्तूनख्वा से आए थे। इस मौके पर पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पी.पी.पी.) अटॉक के अध्यक्ष सरदार अशर हयात खान मुख्यातिथि के तौर पर शामिल हुए जबकि बड़ी संख्या में सिख, ईसाई और हिंदू समुदाय के लोग मौजूद रहे।
सिख धार्मिक स्थान के कार्यवाहक अस्मतुल्ला ने कहा कि यह सिख धर्म में एक विशेष दिन है क्योंकि यह 10वें गुरु का प्रकाश पर्व था और गुरु गोबिंद सिंह अपने पिता गुरु तेग बहादुर की मौत के बाद 9 साल की उम्र में गुरु बने थे और 1708 में 41 वर्ष की आयु में उनकी हत्या कर दी गई। स्थानीय ईसाई समुदाय के नेता पॉल गिल ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से अल्पसंख्यकों की परंपराओं और मान्यताओं की समझ बढ़ती है। पी.पी.पी. अटॉक के अध्यक्ष ने कहा कि हम अपने आसपास के लोगों के बीच प्रेम, दया और ज्ञान फैलाकर उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर यहां पंजा साहिब में एकत्र हुए हैं।