Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Aug, 2023 10:43 AM
आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और 31 दिसंबर तक वक्री रहेंगे। ये मेष राशि में वक्री होंगे 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से मिथुन
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Guru Vakri 2023: आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और 31 दिसंबर तक वक्री रहेंगे। ये मेष राशि में वक्री होंगे 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से मिथुन राशि के जातकों को अपने जीवन में क्या बदलाव देखना होगा ? 5 सितम्बर गुरु ग्यारहवें भाव में रहेंगे और सूर्य तीसरे भाव में चले जाएंगे। सूर्य और शनि आमने-सामने हैं। शुक्र और बुध कभी भी सूर्य के सामने नहीं आते।
मिथुन राशि के लिए गुरु ग्यारहवें भाव से गोचर कर रहे हैं। ये गोचर शुभ होता है। गुरु चार भावों के कारक हैं। गुरु धन, भाव, पंचम स्थान, भाग्य स्थान और आय भाव के कारक हैं। 12 में से 4 घर के गुरु कारक हैं। गुरु अगर कुंडली में खराब हो तो भी वो ज्ञान, आय का साधन और संतान जरूर देते हैं। कर्म स्थान के मालिक भी गुरु हैं, आपकी कुंडली में। सबसे पहले गुरु आय स्थान में गोचर कर रहे हैं। गुरु की पंचम दृष्टि जा रही है पराक्रम भाव के ऊपर। इसके बाद गुरु पंचम भाव को देखेंगे। जो लोग सिंगल हैं, उनके जीवन में 4 सितंबर से लेकर 31 दिसंबर तक किसी की एंट्री हो सकती है। गुरु की एक दृष्टि जाएगी सप्तम भाव के ऊपर। ये पार्टनरशिप का भाव है, अगर कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और पार्टनर ढूंढ रहे थे तो पार्टनर भी मिल सकता है। यदि आप पहले से ही शादीशुदा हैं और किसी बात को लेकर झगड़ा चल रहा है तो वो भी दूर हो जाएगा। जॉब, कारोबार हर तरह के काम में वृद्धि होगी।
नरेश कुमार
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