Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Aug, 2023 09:22 AM
आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और 31 दिसंबर तक ये मेष राशि में वक्री होंगे 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से कन्या राशि के जातकों
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Guru Vakri 2023: आज बात करेंगे देव गुरु बृहस्पति कि ये 4 सितंबर को वक्री होंगे और 31 दिसंबर तक ये मेष राशि में वक्री होंगे 118 दिन के लिए। तो आज जानेंगे कि इस वक्री से कन्या राशि के जातकों को अपने जीवन में क्या बदलाव देखना होगा ? कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं और ये गोचर शुभ नहीं होता। सूर्य बारहवें भाव में हैं। शनि भी वक्री अवस्था में चल रहे हैं। मंगल इस साल वक्री नहीं हो रहे। मंगल, गुरु और शनि आमने-सामने भी हो सकते हैं।
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु दो भावों के स्वामी हैं। एक चौथे भाव के और सप्तम भाव के। अष्टम भाव में गुरु का गोचर शुभ नहीं होता। गुरु आपकी कुंडली में धन स्थान, भाग्य, आय और पंचम भाव के कारक हैं। धन भाव के लिए समय थोड़ा सा वीक हो जाएगा। हो सकता है कहीं से पैसा आने वाला हो वो थोड़ा लेट हो जाए। मनी का फ्लो डिस्टर्ब हो सकता है। संतान की कोशिश कर रहे हैं तो हो सकता है वहां पर फल न मिलें। जो महिलाएं गर्भवती हैं, उन्हें थोड़ी सी प्रॉब्लम देखने को मिलेगी। यदि गुरु पहले से वक्री है और दोबारा गोचर में वक्री होंगे तो हो सकता है इसके बढ़िया रिजल्ट मिलें। पार्टनर की सेहत को लेकर दिक्कत हो सकती है।
नरेश कुमार
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