Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Jul, 2022 09:02 AM
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गुरुवार से हैप्पीनेस उत्सव 2022 की शुरुआत हो गई। लाइफ कोच गौर गोपाल दास, उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को चिराग एंक्लेव स्थित कौटिल्य सर्वोदय विद्यालय में एक पखवाड़े तक चलने वाले इस उत्सव का...
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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गुरुवार से हैप्पीनेस उत्सव 2022 की शुरुआत हो गई। लाइफ कोच गौर गोपाल दास, उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को चिराग एंक्लेव स्थित कौटिल्य सर्वोदय विद्यालय में एक पखवाड़े तक चलने वाले इस उत्सव का शुभारंभ किया।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 साल पहले दलाई लामा की उपस्थिति में हैप्पीनेस करिकुलम को लांच किया गया था। अब बच्चे स्वयं यह मानते है कि उनका पढ़ाई में फोकस बढ़ा है और उन्हें स्ट्रेस-फ्री रहने में मदद मिली है। पेरेंट्स मानते हैं कि उनके बच्चों के व्यवहार में बदलाव आया है।
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हैप्पीनेस उत्सव के तहत अगले 15 दिनों तक हैप्पीनेस से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां करवाई जाएंगी और इस बार हैप्पीनेस केवल दिल्ली सरकार के स्कूलों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि हमारे बच्चे 5-5 लोगों को हैप्पीनेस क्लास में जो सीखा उसे सिखाएंगे और पूरी दिल्ली को हैप्पीनेस उत्सव का हिस्सा बनाएंगे।
खुश रहने के लिए जरूरी है कि हमें खुशी के पहलुओं की समझ हो।
शानदार गाड़ी हमें खुशी नहीं देती बल्कि सफर से खुशी मिलती है।
हमें घर से खुशी नहीं मिलती बल्कि वहां रहने वाले लोगों से खुशी मिलती है।
आपके आसपास मौजूद वस्तुएं आपको खुशी देंगी ये सोचना गलत है।
कई बार सफलता भी खुशी नहीं ला पाती लेकिन खुशी हमेशा सफलता लाती है।
अपने रिश्तों, समाज के प्रति हमारे योगदान और मन की ताकत से हम खुशी का निर्माण करते हैं।
सफलता को कभी सिर पर न चढ़ाएं और असफलता को दिल में न रखें।
खुश रहने के लिए नकारात्मक पहलू से बाहर निकलें, सकारात्मक पक्षों को खुल कर जिएं।
अपने आसपास भरोसेमंद और बात कर सकने लायक लोगों की तलाश करें।
अपनी समस्याओं को लेकर किसी से बात करना बेहतर विकल्प है।
शिक्षा और खुशी दोनों व्यक्ति के जीवन को महत्वपूर्ण बनाने के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।
कई बार घटित विशेष घटना हमारे दिमाग पर छोड़ती है गहरी छाप, ये हमें फोकस करने से रोकती है।
असल जिंदगी में ऐसी घटनाओं का भार ढोने से जिंदगी बदतर होती चली जाती है।