Edited By Prachi Sharma,Updated: 27 Jan, 2024 08:12 AM
स्विट्जरलैंड के जैनेवा नामक नगर में एक वैज्ञानिक बैरोमीटर पर काम कर रहे थे। उनकी खोज का एक हिस्सा यह था कि हर रोज भिन्न-भिन्न मौसम और अलग-अलग
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Inspirational Story: स्विट्जरलैंड के जैनेवा नामक नगर में एक वैज्ञानिक बैरोमीटर पर काम कर रहे थे। उनकी खोज का एक हिस्सा यह था कि हर रोज भिन्न-भिन्न मौसम और अलग-अलग तापमान की स्थिति में वातावरण में हवा का दबाव रिकार्ड करके अलग-अलग परिणामों को कागज पर लिखना।
इस खोज पर उन्होंने बीस साल से भी अधिक समय तक परिश्रम किया। सालों की कड़ी मेहनत से जमा किए गए आंकड़े कागजों के एक बड़े ढेर के रूप में उनकी मेज पर पड़े थे।
लगभग उसी समय उनकी कई साल पुरानी नौकरानी एक सप्ताह की छुट्टी पर गई। पहले ही दिन वैज्ञानिक रोजाना की शाम की सैर के लिए निकल गए। वापसी पर उन्होंने देखा कि उनकी मेज से कागजों का ढेर गायब था। उसकी जगह नए और साफ सफेद कोरे कागज पडे़ थे।
उन्होंने नई नौकरानी से पूछा, ‘‘मेज पर रखे मेरे कागज कहां हैं ?’’
इस पर नौकरानी बोली, ‘‘मैं आपका कमरा साफ कर रही थी तो मैंने देखा कि वे इतने सारे पुराने गंदे और दागदार कागज आपकी मेज पर पड़े हैं। मैंने उन्हें आग में झोंक दिया।’’
किसी भी सज्जन पुरुष को गुस्सा दिलाने के लिए यह बात काफी थी परंतु वह क्रोधित नहीं हुए, क्योंकि उन्होंने यह सबक सीखा था कि जो भी होता है उसमें भगवान की दया होती है।
उन्होंने नौकरानी को डांटा नहीं बस इतना कहा, ‘‘हे भगवान तेरी इच्छा पूर्ण हो।’’
इस प्रसंग का सार यह है कि क्रोध को नियंत्रण में करने के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि ऐसा मानो कि भगवान जो करता है वही हमारे लिए सबसे अच्छा होता है। चाहे उस समय यह बात विपरीत ही क्यों न लग रही हो।