Edited By Sarita Thapa,Updated: 29 Sep, 2025 06:00 AM

करवा चौथ का पर्व भारतीय स्त्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत हर साल कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और वैवाहिक सुख की कामना करते हुए पूरे दिन...
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Karwa Chauth 2025: करवा चौथ का पर्व भारतीय स्त्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। यह व्रत हर साल कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और वैवाहिक सुख की कामना करते हुए पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं। रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का समापन होता है। हालांकि यह व्रत शुभ फल देने वाला माना जाता है, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ महिलाओं को इसे रखने से परहेज करना चाहिए, वरना उन्हें लाभ की जगह नुकसान उठाना पड़ सकता है। तो आइए जानते हैं कि कौन सी महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं के लिए निर्जला उपवास रखना सेहत के हिसाब से सही नहीं माना जाता। लंबे समय तक पानी और भोजन न करने से मां और बच्चे दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाएं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए।

गंभीर रोग से पीड़ित महिलाएं
जिन महिलाओं को शुगर, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग या कोई अन्य गंभीर बीमारी है, उन्हें भी करवा चौथ का उपवास नहीं रखना चाहिए। ऐसे में व्रत रखने से स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़ सकते हैं।
मासिक धर्म वाली महिलाएं
धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि करवा चौथ के दिन किसी महिला को मासिक धर्म चल रहा हो, तो उसे व्रत नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में व्रत रखना अशुभ फलदायी माना गया है।
