Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Jan, 2022 09:51 AM
हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। देवी के भक्तों को बड़ी शिद्दत से नवरात्रों का इंतजार रहता है
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Magh Gupt Navratri 2022: हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। देवी के भक्तों को बड़ी शिद्दत से नवरात्रों का इंतजार रहता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। शास्त्रों में कुल चार प्रकार का नवरात्रों वर्णन है। शरद नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि, माघ नवरात्रि और आषाढ़ नवरात्रि। मुख्य रूप से नवरात्रि शरद और चैत्र में आते हैं। माघ और आषाढ़ नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, माघ गुप्त नवरात्रि जनवरी-फरवरी महीने में मनाई जाती है। जबकि आषाढ़ नवरात्रि जून-जुलाई के महीने में आते हैं। साल की दो नवरात्रि को ही अधिकांश लोग जानते हैं, जो चैत्र और शारदीय नवरात्र कहलाते है। वहीं इन दो नवरात्र के अलावा भी दो नवरात्र होते है, जिन्हें गुप्त नवरात्र कहा जाता है। यह गुप्त नवरात्र माघ और आषाढ़ मास में आते हैं। माघ महीने में पड़ने के कारण इन नवरात्रि को माघी नवरात्र भी कहा जाता है।
गुप्त नवरात्रि के दौरान किस दिन किस देवी की पूजा होगी, आइए जानें
02 फरवरी बुधवार – मां शैलपुत्री की पूजा
03 फरवरी गुरुवार – मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
04 फरवरी शुक्रवार – मां चंद्रघंटा की पूजा
05 फरवरी शनिवार – मां कुष्मांडा की पूजा
06 फरवरी रविवार – मां स्कंदमाता की पूजा
07 फरवरी सोमवार- मां कात्यानी की पूजा
08 फरवरी मंगलवार – मां कालरात्रि की पूजा
09 फरवरी बुधवार – मां महागौरी, दुर्गा अष्टमी की पूजा
10 फरवरी गुरुवार – मां सिद्धिदात्री, व्रत पारण
गृहस्थ साधक जो सांसारिक वस्तुएं, भोग-विलास के साधन, सुख-समृद्धि और निरोगी जीवन पाना चाहते हैं, उन्हें इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। यदि इतना समय न हों तो सप्तश्लोकी दुर्गा का प्रतिदिन पाठ करें। देवी को प्रसन्न करने के लिए और साधना की पूर्णता के लिए नौ दिनों में लोभ, क्रोध, मोह, काम-वासना से दूर रहते हुए केवल देवी का ध्यान करना चाहिए। कन्याओं को भोजन कराएं, उन्हें यथाशक्ति दान-दक्षिणा, वस्त्र भेंट करें। अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन कर व्रत पूर्ण होता है। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को भोग में लौंग और बताशा चढ़ाना चाहिए।
गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com