Edited By Sarita Thapa,Updated: 17 Dec, 2025 09:36 AM

आगामी माघ मेला 2026 की अभूतपूर्व भीड़ और सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए, मेला प्रशासन ने ड्यूटी पर तैनात होने वाले पुलिस बल के चयन के लिए एक कठोर और नया प्रोटोकॉल लागू करने का बड़ा निर्णय लिया है।
Prayagraj Magh Mela 2026 Event Management : आगामी माघ मेला 2026 की अभूतपूर्व भीड़ और सुरक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए, मेला प्रशासन ने ड्यूटी पर तैनात होने वाले पुलिस बल के चयन के लिए एक कठोर और नया प्रोटोकॉल लागू करने का बड़ा निर्णय लिया है। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ड्यूटी पर मौजूद सभी कर्मी शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से चौकस और पूर्णतः पेशेवर रहें।
नशे से दूरी अनिवार्य
प्रशासन ने साफ़ निर्देश दिए हैं कि माघ मेले की ड्यूटी पर केवल उन्हीं पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा, जिनका व्यवहार और आचरण नशे से पूरी तरह मुक्त हो। अत्यधिक भीड़भाड़ वाले संवेदनशील मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए, पुलिसकर्मियों का हर समय सतर्क और सक्रिय रहना आवश्यक है। किसी भी तरह के नशे के सेवन से चौकसी में कमी आ सकती है, जिसे प्रशासन बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा। तैनाती से पहले और ड्यूटी के दौरान भी औचक रूप से पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य और आचरण की जाँच की जा सकती है ताकि पेशेवर मानकों को बनाए रखा जा सके।
उम्र की सीमा तय करने का फैसला
सुरक्षा बल की तैनाती के संबंध में प्रशासन का दूसरा बड़ा फैसला उम्र की सीमा तय करना है। मेला क्षेत्र में लंबे समय तक खड़े रहकर ड्यूटी करना, तेज़ गति से भीड़ का प्रबंधन करना और ज़रूरत पड़ने पर त्वरित कार्रवाई करना आवश्यक होता है। अधिक उम्र के कर्मियों के लिए, खासकर ठंड के मौसम में, यह ड्यूटी शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है। हालांकि सटीक उम्र सीमा की घोषणा अभी बाकी है, लेकिन संकेत हैं कि मुख्य रूप से युवा, शारीरिक रूप से फिट और फुर्तीले जवानों को ही प्राथमिकता दी जाएगी। इससे सुनिश्चित होगा कि भीड़ नियंत्रण और आपातकालीन स्थिति में उनकी प्रतिक्रिया की गति तेज़ रहे।
पेशेवर दक्षता पर ज़ोर
इन फैसलों के माध्यम से, मेला प्रशासन स्पष्ट संदेश देना चाहता है कि माघ मेला 2026 की ड्यूटी को एक सामान्य कार्य की तरह नहीं लिया जाएगा। ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मियों को भीड़ मनोविज्ञान, आपदा प्रबंधन और संचार कौशल में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह नया प्रोटोकॉल माघ मेले की सुरक्षा को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, ताकि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था यात्रा पूरी तरह सुरक्षित और सुगम बनी रहे।
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