Edited By Sarita Thapa,Updated: 15 Dec, 2025 09:40 AM

संगम नगरी प्रयागराज को अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ग्लोबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
Magh Mela 2026: संगम नगरी प्रयागराज को अब केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ग्लोबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इसी क्रम में आगामी माघ मेला 2026 की तैयारियां भी अभूतपूर्व स्तर पर की जा रही हैं, क्योंकि प्रशासन को इस बार 12 से 15 करोड़ तक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने का एक बड़ा रिकॉर्ड अनुमान है।
माघ मेला अब महाकुंभ मॉडल पर
महाकुंभ 2025 की ऐतिहासिक सफलता और इसे यूनेस्को द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का दर्जा मिलने के बाद, उत्तर प्रदेश सरकार अब माघ मेला 2026 को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की तैयारी में है। माघ मेले की व्यवस्थाएं पूरी तरह से महाकुंभ मॉडल पर आधारित होंगी। सड़कों, घाटों, बिजली-पानी की सप्लाई, स्वच्छता और सुरक्षा हर पहलू को पहले से कहीं अधिक मजबूत और सुव्यवस्थित बनाया जा रहा है।
इस विशाल अनुमानित भीड़ को संभालने के लिए, मेला क्षेत्र के विस्तार के साथ ही अतिरिक्त सेक्टर बनाए जा रहे हैं और घाटों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए पॉन्टून पुलों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर भीड़ के प्रबंधन के लिए महाकुंभ की तरह ही एकल मार्ग प्रणाली लागू की जाएगी, ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो।
क्यों है रिकॉर्ड 15 करोड़ का अनुमान?
प्रयागराज प्रशासन ने श्रद्धालुओं के आने का जो अनुमान 15 करोड़ तक लगाया है, उसके पीछे कई मुख्य कारण हैं। महाकुंभ 2025 की विश्वव्यापी सफलता के बाद, दुनिया भर में भारतीय आध्यात्म और प्रयागराज के प्रति रुचि तेज़ी से बढ़ी है। सरकार का लगातार प्रयास है कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर शीर्ष पर लाया जाए, जिसका सीधा असर प्रयागराज के धार्मिक आयोजनों में दिख रहा है। माघ मेला 2026 कई महत्वपूर्ण स्नान तिथियों के साथ-साथ एक विशेष ज्योतिषीय शुभ योग में पड़ रहा है, जिससे बड़ी संख्या में कल्पवासियों और श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।
पर्यटन आकर्षण बढ़ाने के प्रयास
केवल स्नान ही नहीं, बल्कि पर्यटकों को प्रयागराज में अधिक समय बिताने के लिए आकर्षित करने हेतु कई नई सुविधाएं जोड़ी जा रही हैं। पहली बार माघ मेले में, संगम के पास टेंट सिटी बसाई जा रही है, जैसी कुंभ में होती है, जिसकी ऑनलाइन बुकिंग भी की जा सकेगी। श्रद्धालुओं को संगम क्षेत्र का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए हेलीकॉप्टर जॉयराइड की सुविधा पहली बार शुरू की जा सकती है।
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