Edited By Sarita Thapa,Updated: 21 Dec, 2025 09:36 AM

संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला 2026 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। इस बार मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को रास्तों और सेक्टरों की तलाश में भटकना नहीं पड़ेगा।
Magh Mela 2026 Color Coded Routes : संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला 2026 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। इस बार मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को रास्तों और सेक्टरों की तलाश में भटकना नहीं पड़ेगा। प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को 7 ऊर्जा चक्रों के आधार पर 7 अलग-अलग रंगों में बांटने का निर्णय लिया है।
कलर कोडिंग से आसान होगा सफर
मेले में आने वाले सात मुख्य मार्गों के लिए अलग-अलग रंग निर्धारित किए गए हैं। इससे दूर-दराज से आने वाले भक्त केवल रंग देखकर ही समझ जाएंगे कि उन्हें किस रास्ते पर जाना है।
जौनपुर मार्ग: स्लेटी रंग
वाराणसी मार्ग: मस्टर्ड रंग
मिर्जापुर/सोनभद्र मार्ग: गुलाबी रंग
रीवा/सतना मार्ग: बैंगनी रंग
कानपुर/कौशाम्बी मार्ग: पीला रंग
लखनऊ मार्ग: हरा रंग
सुल्तानपुर मार्ग: भूरा रंग
प्रतीकात्मक चिह्नों का उपयोग
जो श्रद्धालु पढ़ना नहीं जानते, उनकी सुविधा के लिए प्रशासन विशेष प्रतीकात्मक चिह्नों का उपयोग करेगा। रास्तों, पार्किंग एरिया और होल्डिंग एरिया में ऐसे साइनबोर्ड लगाए जाएंगे जिन्हें देखकर अनपढ़ व्यक्ति भी आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेगा। पूरे मेला क्षेत्र में 5,200 से अधिक साइनबोर्ड लगाए जा रहे हैं।
7 चक्रों की थीम पर सजेगा मेला
मेला प्रशासन के अनुसार, इस बार 7 सेक्टरों और 7 पीपा पुलों को इंद्रधनुष के सात रंगों और शरीर के सात ऊर्जा चक्रों की थीम पर सजाया जाएगा। प्रवेश द्वारों से लेकर चेंजिंग रूम तक, सब कुछ उसी सेक्टर के निर्धारित रंग में होगा। रात के समय रंगीन एलईडी लाइट्स और फव्वारे इस दृश्य को और भी मनोरम बनाएंगे।
रेलवे की भी विशेष तैयारी
सिर्फ सड़कें ही नहीं, रेलवे ने भी कलर कोडिंग अपनाई है। प्रयागराज जंक्शन पर रूट के हिसाब से अलग-अलग रंगों के पैसेंजर शेल्टर बनाए गए हैं। जैसे, लखनऊ जाने वाले यात्रियों के लिए लाल रंग और कानपुर, दिल्ली रूट के लिए हरा रंग तय किया गया है। टिकटों पर भी वही रंग होगा ताकि यात्री सीधे अपने प्लेटफॉर्म तक पहुंच सकें।
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