Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Oct, 2025 02:59 PM

Manali Religious Places: हिमाचल प्रदेश में स्थित मनाली केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक नहीं बल्कि हिंदू पुराणों में वर्णित पवित्र भूमि है। कहा जाता है कि प्रलय के बाद मनु ऋषि ने यहीं मानव सभ्यता की पुनर्स्थापना की, इसलिए इसका नाम “मनाली” (मनु-आलय)...
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Manali Religious Places: हिमाचल प्रदेश में स्थित मनाली केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक नहीं बल्कि हिंदू पुराणों में वर्णित पवित्र भूमि है। कहा जाता है कि प्रलय के बाद मनु ऋषि ने यहीं मानव सभ्यता की पुनर्स्थापना की, इसलिए इसका नाम “मनाली” (मनु-आलय) पड़ा। यहां का मनु मंदिर हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इसके अलावा हिडिंबा देवी मंदिर, जो महाभारत की हिडिंबा माता को समर्पित है, भक्तों का प्रमुख आस्था केंद्र है। वशिष्ठ कुंड में तपस्या करने से पापों का नाश होता है और स्वास्थ्य लाभ मिलता है। मनाली धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से देवभूमि हिमालय का रत्न है।
मनाली अपनी खूबसूरती के कारण विश्व भर में बहुत प्रसिद्ध है। यहां के सुंदर दृश्य, गार्डन, पहाड़, और सेब के बाग पर्यटकों को बहुत लुभाते हैं। यहां के बागों में लाल और हरे सेब काफी मात्रा में पैदा होते है। मनाली, हिमाचल प्रदेश में समुद्र स्तर से 1950 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक ऐसा हिल स्टेशन है, जहां लोग ज्यादातर घूमने आते हैं। इसकी खूबसूरती लोगों को अपनी ओर अत्यधिक प्रभावित करती है।

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार मनाली को सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा ने बनाया था। यहां बहुत से धार्मिक स्थल हैं आइए जानें-
व्यास कुंड- मनाली में स्थित व्यास कुंड का इतिहास में अपना अलग ही महत्व है। इस कुंड का वर्णन महाभारत में ऋषि व्यास के संदर्भ में किया गया है। हिंदु मान्यता के अनुसार इसमें ऋषि व्यास जी ने स्नान किया था और उसमें स्नान करने से त्वचा संबंधित सभी रोग दूर होते हैं।

वशिष्ठ गांव- मनाली में स्थित वशिष्ठ गांव, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां पर बहुत से सुंदर झरने पाए जाते हैं। इसी गांव में लक्ष्मण जी ने सल्फर झरने का निर्माण किया था।
जगन्नाथ देवी- यहां पर स्थित जगन्नाथ देवी का मंदिर आज से 1500 साल पहले बनवाया गया था, जो माता भुवनेश्वरी देवी को समर्पित है। यह मंदिर मनाली का मुख्य धार्मिक स्थल है। जगन्नाथ देवी को भगवान विष्णु की बहन माना जाता है।

रघुनाथ मंदिर- सभी पर्यटक रघुनाथ मंदिर में जरूर घूमने आते हैं। इसकी इतिहास में बहुत महत्व है। इस मंदिर से मनाली के सभी पहाड़ो का एक स्वरूप दिखाई देता है। यहां के मंदिर की वास्तुकला पिरामिड आकार की है।
साहसिक गतिविधियां- मनाली अपनी साहसिक गतिविधियों के कारण विश्व में प्रसिद्ध है। यहां पर समय- समय पर निम्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है जैसे पर्वतारोहण, माउंटेन बाइकिंग, नदी राफ्टिंग, ट्रैकिंग, जॉर्बिंग और पैराग्लाइडिंग। यहां पर माउंटेन बाइकिंग भी की जाती है परंतु यहां बाइकिंग करने का अच्छा समय सितंबर के महीने में होता है। सड़को पर इस समय बर्फ नहीं होती और गाड़ी फिसलने का डर भी नहीं होता।
यातायात के उचित साधन- यहां पर आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती क्योंकि यहां के यातायात के उचित साधन पाए जाते हैं। यहां लोग हवाई यात्रा, रेल यात्रा या सड़क यात्रा करते हुए आ सकते हैं। यहां भुटार एयरपोर्ट है जो कि लोकल एयरपोर्ट है। विदेशी लोग दिल्ली के रास्ते से यहां आ सकते हैं। अन्य साधनों से भी दिल्ली से मनाली तक आया जा सकता है। मनाली का मौसम साल भर काफी अच्छा रहता है पर लोग यहां मार्च से जून के महीने में आना ज्यादा पसंद करते हैं।
