Edited By Jyoti,Updated: 12 Jul, 2020 06:19 PM
अब्राहम लिंकन राष्ट्रपति बनने से पूर्व अमेरिका में वकालत करते थे। दो भाइयों में सम्पत्ति को लेकर मन-मुटाव हो गया। मामला न्यायालय तक पहुंच गया।
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अब्राहम लिंकन राष्ट्रपति बनने से पूर्व अमेरिका में वकालत करते थे। दो भाइयों में सम्पत्ति को लेकर मन-मुटाव हो गया। मामला न्यायालय तक पहुंच गया। एक भाई अब्राहम लिंकन के पास पहुंचा तथा उनसे अपने मामले की पैरवी करने की प्रार्थना की।
उन्होंने समझाया, ‘‘तुम दोनों भाई हो, आपस में बातचीत करके मामले को सुलझा क्यों नहीं लेते?’’ भाई ने बताया, ‘‘हम दोनों की तो बोलचाल बंद है। सम्पत्ति के कारण एक-दूसरे को नीचा दिखाना चाहते हैं।’’
श्री लिंकन ने दूसरे भाई को बुलवा लिया और दोनों को समझाते हुए कहा, ‘‘यह सम्पत्ति कभी किसी के साथ नहीं जाती। इसके कारण एक-दूसरे का दुश्मन बन जाना मानवता की भावना के विरुद्ध है।’’
ये शब्द सुनकर दोनों चुप हो गए। श्री लिंकन उस कमरे में दोनों को अकेला छोड़कर बाहर चले गए। उन्होंने आवाज देकर कहा, ‘‘मेज पर बाइबल रखी है, प्रभु ईसा के वचनों का अध्ययन करो। उनका चिंतन करो। आपस में संवाद करो। प्रभु स्वयं तुम दोनों को सद्बुद्धि देंगे।’’
कुछ देर बाद दोनों कमरे से बाहर आए व बोले, ‘‘हमारी गलतफहमी दूर हो गई है। अब हमारा सम्पत्ति पर कोई विवाद नहीं है।’’