Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 May, 2020 07:15 AM
आज 6 मई, बुधवार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नरसिंह जयंती का पर्व मनाया जाएगा। इस शुभ तिथि को नरसिंह चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए आधे नर और
Narasimha Jayanti 2020: आज 6 मई, बुधवार वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नरसिंह जयंती का पर्व मनाया जाएगा। इस शुभ तिथि को नरसिंह चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए आधे नर और आधे सिंह का अवतार लिया था। इस करुणामयी और संकटमोचन अवतार को नरसिंह अवतार कहा जाता है।
क्या है व्रत का पुण्यफल
व्रत के प्रभाव से जहां जीव की सभी कामनाओं की पूर्ति हो जाती है, वहीं मनुष्य का तेज और शक्तिबल भी बढ़ता है। जीव को प्रभु की भक्ति भी सहज ही प्राप्त हो जाती है। शत्रुओं पर विजय पाने के लिए यह व्रत करना अति उत्तम फल दायक है तथा इस दिन जप एवं तप करने से जीव को विशेष फल प्राप्त होता है।
शुभ मुहूर्त- 5 मई की रात 11:20 से लेकर 6 मई की शाम 7:45 मिनट तक।
कैसे करें व्रत और पूजा
इस दिन प्रात: सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि क्रियाओं से निपटकर भगवान विष्णु जी के नृसिंह रूप की विधिवत धूप, दीप, नेवैद्य, पुष्प एवं फुलों से पूजा एवं अर्चना करनी चाहिए तथा विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। सारा दिन उपवास रखें तथा जल भी ग्रहण न करें। सांयकाल को भगवान नृसिंह जी का दूध, दही, गंगाजल, शहद, चीनी के साथ ही गाय के मक्खन अथवा घी आदि से अभिषेक करने के पश्चात चरणामृत लेकर फलाहार करना चाहिए।