Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Oct, 2023 07:54 AM
हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत ही महत्व है। इसकी शुरुआत प्रत्येक वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के साथ होती है और आश्विन मास में इसका समापन
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Pitru Paksha 2023: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत ही महत्व है। इसकी शुरुआत प्रत्येक वर्ष भाद्रपद पूर्णिमा के साथ होती है और आश्विन मास में इसका समापन होता है। यह 16 दिनों तक चलने वाली वो अवधि है, जब पितरों की आत्मा की शांति के लिए कई उपाय किए जाते हैं। इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 28 सितंबर 2023 से हो चुकी है, 14 अक्टूबर आश्विन मास को इसका समापन होगा। पितृपक्ष में तर्पण और श्राद्ध करने के अलावा ये पौधे लगाएं, जिससे पितरों को खुश किया जा सके। तो आइए जानते हैं कि कौन से हैं वो पौधे -
Tulsi plant तुलसी का पौधा
हिंदू धर्म में तुलसी को बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना जाता है। हर घर में इस पौधे की पूजा होती है। अगर पितृपक्ष के दौरान घर में इस पौधे को लगाकर उसकी देखभाल की जाए तो निश्चित रूप से पितरों का आशीर्वाद मिलता है। माना जाता है कि तुलसी का एक पत्ता स्वर्ग पहुंचा देता है। यही एक कारण है कि मृत लोगों के मुंह में गंगाजल और तुलसी का पत्ता डाला जाता है। तुलसी में जल अर्पित करके पूजा करने से पितरों को तृप्ति मिलती है। वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लगाएं।
Banyan Tree बरगद का पेड़
शास्त्रों में बरगद या वट के पेड़ को लंबी आयु देने वाला पौधा माना गया है। बरगद या वट के पेड़ को मोक्ष प्रदान करने वाला वृक्ष भी कहा जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है तो उसे बरगद का पेड़ लगाने से लाभ मिलता है। पितृपक्ष पर बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर पूजा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जिस घर की पूर्व दिशा में बरगद का पेड़ होता है, वहां कभी किसी चीज का अभाव नहीं रहता। ध्यान रहे, इस पेड़ की छाया घर पर नहीं पड़नी चाहिए।
Ficus tree पीपल का पेड़
सनातन धर्म में पीपल के पेड़ की भी बहुत विशेष मान्यता है। इसे बहुत ही पवित्र माना जाता है। इस पेड़ में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। पितृपक्ष के दौरान घर से कहीं दूर एक पीपल का पेड़ जरूर लगाना चाहिए। इस दौरान इस पौधे की पूजा करने, जल डालने और नियमित रूप से इसके नीचे दीपक जलाने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद बना रहता है। घर में पीपल का पेड़ होना रोज नई समस्याओं को जन्म देता है।
Ashoka tree अशोक का पेड़
हिंदू धर्म इस पेड़ को भी बहुत महत्व माना जाता है। इस पेड़ को लेकर कहा जाता है कि जहां अशोक होता है वहां कभी शोक नहीं होता। इस पेड़ को घर में लगाने से नकारात्मक ऊर्जा रहती है और पितृ दोष से राहत छुटकारा मिलता है। पितृपक्ष के दौरान इस पेड़ को घर के मुख्य द्वार पर जरूर लगाएं।
Belpatra बेलपत्र
सनातन धर्म में बेलपत्र को पूजा की सामग्री के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। अगर पितृपक्ष के दौरान बेलपत्र का पौधा घर पर लगाते हैं, तो इससे पितरों की आत्मा को तृप्ति मिलती है। वहीं अमावस्या के दिन भगवान शिव को बेलपत्र और गंगाजल अर्पित करने से पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है। घर की उत्तर-पूर्व दिशा में बेलपत्र लगाना शुभ माना जाता है।