Rath Yatra 2021: 12 जुलाई को पुरी में लगाया जाएगा कर्फ्यू, छत से दर्शन करने पर भी पाबंदी

Edited By Updated: 06 Jul, 2021 01:09 PM

rath yatra 2021

सनातन धर्म से संबंध रखने वाले लगभग लोग जानते हैं कि प्रत्येक वर्ष आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि को जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है। यूं तो भारत के कई राज्यों में जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है।

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सनातन धर्म से संबंध रखने वाले लगभग लोग जानते हैं कि प्रत्येक वर्ष आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि को जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है। यूं तो भारत के कई राज्यों में जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है। परंतु पुरी में होने वाली जगन्नाथ यात्रा सबसे भव्य व प्रसिद्ध मानी जाती है। परंतु जब से कोरोना महामारी ने दस्तक दी है। तब से देश में होने वाली लगभग तमाम धार्मिक यात्राएं बंद चल रही है। बात करें जगन्नाथ रथ यात्रा की ती बीते वर्ष भी की तो कोरोना के चलते यह प्रसिद्ध यात्रा जिसमें प्रत्येक वर्ष लाखों की तादाद में लोग शामिल होते हैं, बिना श्रद्धालुओं की भीड़ के बिना संपन्न की गई थी। जिस कारण भगवान जगन्नाथ के भक्त काफी निराश रहे थे। जिसे लेकर 2021 में भी इसी फैसले को जारी रखा गया है। जी हां, ओडिशा सरकार द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार इस साल भी वार्षिक रथयात्रा उत्सव श्रद्धालुओं की भीड़ के बगैर ही होगी। इतना ही नहीं बल्कि पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि प्रशासन ने अपने फैसले की समीक्षा की है और इस बार की रथ यात्रा के दौरान लोगों के लिए इसका दृश्य घरों एवं होटलों की छतों से देखने पर भी पाबंदी लगा रहेगी। इसके अलावा जगन्नाथ यात्रा को लेकर क्या क्या बातें सामने आई है जानते हैं यहां- 

गुरुवार को बैठक के दौरान लिए गए निर्णय
खबरों के अनुसार बीते गुरुवार को पुरी के जिलाधीश समर्थ वर्मा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई थी। जिसकी अध्यक्षता पुरी जिलाधीश ने की। इस दौरान उन्होंने  होटल एवं लाज, धर्मशाला आदि को सील करने का निर्देश जारी किया था। इस पर जिलाधीश ने स्पष्ट किया है कि पुरी शहर के अन्दर मौजूद तमाम होटल, लाज एवं धर्मशाला में रथयात्रा के दौरान एक भी पर्यटक या श्रद्धालु भक्त नहीं रुक सकते। 

इसके अलावा बैठक में निर्णय लिया गया है कि 8 जुलाई से 10 जुलाई तक रथयात्रा (Rath Yatra 2021) से जुड़े सभी पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, सेवक का कोविड टेस्ट किया जाएगा। जिस लेकर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया गया है। 

खोले जाएंगे अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र
इस दौरान यह निर्णय भी लिया गया है कि सिंहद्वार एवं गुंडिचा मंदिर के बीच पांच जगहों पर अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। रथ खींचने के समय पर्याप्त मात्रा में जल सिंचन करने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया। शहर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर सीसीटीव लगाए जाएंगे। बड़दांड से जुड़ी 72 गलियों में सफाई कार्य तुरन्त खत्म करने के लिए पुरी पौर संस्था के एक्जीक्यूटिव अधिकारी को निर्देश दिया गया है। सेवायतों के लिए अस्थाई शिविर और पानी की व्यवस्था करने के लिए भी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है।

लाइव यात्रा देखने की अपील
प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जुलाई को होने वाले इस उत्सव से एक दिन पहले पुरी शहर में कर्फ्यू लगाया जाएगा जो अगले दिन दोपहर तक प्रभाव में रहेगा। वर्मा ने कहा कि भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ का यह उत्सव कोविड-19 महामारी के चलते लगातार दूसरे वर्ष बिना श्रद्धालुओं की भागीदारी के मनाया जा रहा है। उन्होंने शहर के लोगों से टेलीविजन पर इस उत्सव का सीधा प्रसारण देखने की अपील की है। 

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