Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Oct, 2023 08:30 AM
शास्त्रों में शरद पूर्णिमा को अमृत बरसाने वाली रात्रि बताया गया है। इस दिन चंद्रमा की शीतल किरणों में दिव्य शक्ति आ जाती है, जिसके चलते वह औषधि के समान कार्य करने लगती है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Sharad Purnima 2023: शास्त्रों में शरद पूर्णिमा को अमृत बरसाने वाली रात्रि बताया गया है। इस दिन चंद्रमा की शीतल किरणों में दिव्य शक्ति आ जाती है, जिसके चलते वह औषधि के समान कार्य करने लगती है। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा पर खीर तथा काली मिर्च जमाकर चांदनी रात में रखा जाता है। इस बार ऐसा करने से लाभ के स्थान पर हानि हो सकती है।
Sharad Purnima 2023 grahan: वर्ष 2023 में शरद पूर्णिमा पर खंडग्रास चंद्रग्रहण का योग बन रहा है। पंचांग की गणना के अनुसार रात्रि लगभग साढ़े ग्यारह बजे से अर्द्धरात्रि बाद ढाई बजे तक ग्रहण रहेगा। इस ग्रहण को पृथ्वी के अधिकांश हिस्सों से देखा जा सकेगा। ऐसे में एक प्रश्न यह भी उठता है कि क्या खीर को छत पर रखना उपयुक्त रहेगा।
Sharad Purnima Kheer benefits: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण काल में बनाई गई वस्तुएं अथवा जो ग्रहण में रखी हों, का सेवन नहीं करना चाहिए। वे विष के समान होती हैं, यहां तक कि उन्हें पशुओं को भी नहीं देना चाहिए। आयुर्वेद में भी ग्रहण में रखी गई वस्तु का निषेध बताया गया है। ऐसे में यही उत्तम होगा कि इस बार शरद पूर्णिमा पर छत पर खीर बनाकर न रखें।
Sharad Purnima Kheer time 2023 रात्रि ढाई बजे बाद रख सकेंगे खीर
ज्योतिष गणना के अनुसार ग्रहण का प्रभाव रात्रि ढाई बजे तक ही रहेगा। ऐसे में आप चाहें तो ग्रहण समाप्ति के बाद खीर बनाकर उसे चांदनी रात में रख सकते हैं। यह भी दिव्य औषधीय प्रभाव युक्त हो जाएगी। इससे पहले चांदनी रात में खीर रखना लाभ के स्थान पर हानि करेगा।
आचार्य हिमानी शास्त्री
ज्योतिष एवं वैदिक देवस्थापति
dr.himanij@gmail.com