Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Nov, 2024 08:03 AM
Shri Mata Vaishno devi: श्री माता वैष्णो देवी भवन पर भी अब अन्य मंदिरों की तरह यज्ञ करने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए पांच कुंडीय यज्ञशाला प्राचीन गुफा के ठीक नीचे बनाई गई है। श्राइन बोर्ड के सी.ई.ओ. अंशुल गर्ग बताते हैं कि बोर्ड का पूरा फोकस...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Shri Mata Vaishno devi: श्री माता वैष्णो देवी भवन पर भी अब अन्य मंदिरों की तरह यज्ञ करने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए पांच कुंडीय यज्ञशाला प्राचीन गुफा के ठीक नीचे बनाई गई है। श्राइन बोर्ड के सी.ई.ओ. अंशुल गर्ग बताते हैं कि बोर्ड का पूरा फोकस है कि नए साल में कुछ ऐसी चीजें ऐड की जाएं जो भक्तों की यात्रा को और सुगम बनाएं। हम भवन और यात्रा मार्ग पर आवासीय सुविधाओं पर ज्यादा केंद्रित हैं। हमने बाण गंगा में नया यात्री सुविधा केंद्र बनाया है जहां आपको यात्रा से संबंधित तमाम जानकारी मिलेगी, पंजीकरण, घोड़ा, पिट्ठू, बैटरी कार, आवास सब यहां से बुक हो सकेगा। नवजात बच्चों के स्तनपान के लिए उनकी माताओं की सुविधा हेतु स्तनपान केंद्र, स्नानागार आदि सब उपलब्ध रहेगा ताकि यात्रा का आगाज पहले से भी बेहतर हो। बाण गंगा में हरिद्वार की तर्ज पर आरती भी शुरू की जा रही है।
इसी तरह यात्रा मार्ग पर नए और सुविधा केंद्र नए साल से खुल रहे हैं। पूरे साल में 3-4 ऐसे बड़े प्रोजेक्ट हैं जो शुरू होंगे। भवन पर नया वैष्णवी आवास बनेगा जिसमें 300 बैड होंगे। बैटरी चलित गाड़ियों का अलग से तीन मंजिला कार स्टैंड बनाया जा रहा है। भवन की अटका आरती की तर्ज पर हाल ही में श्राइन बोर्ड ने अर्ध कुंवारी में भी अलग से गर्भ जून आरती शुरू कराई है। पहले गुफा आरती के दौरान यहां उसका प्रसारण होता था। यकीनन अब आप यहां अलग से वैसे ही आरती का लाभ संवरण कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त हमारे सबसे महत्वाकांक्षी रोपवे प्रोजैक्ट से यह यात्रा इतनी आसान हो जाएगी जो कभी भक्तों ने सोचा भी नहीं होगा, खासकर बुजुर्ग, अक्षम, असमर्थ और दिव्यांग यात्री भी अब मातृ दर्शन का लाभ ले पाएंगे।
चॉपर सेवा सबके लिए नहीं है और सबके बस की बात भी नहीं। ऐसे में बड़े मंथन के बाद रोपवे बनाने का फैसला हुआ था जो ताराकोट से सांझी छत तक जाएगा। हमने केंद्र सरकार की एजैंसी के माध्यम से इसे अंतिम रूप दिया है। सब कागजी कार्रवाई पूर्ण है जल्द काम शुरू होगा। कैबिन यूरोप से इम्पोर्ट होंगे। अगले वर्षों में विश्व स्तरीय रोपवे जल्दी भक्तों के लिए उपलब्ध होगा और यह कटरा से सांझी छत तक पहुंचने के लिए महज छह मिनट लेगा और यही नहीं आम आदमी हैलीकाप्टर के मुकाबले दस गुना कम खर्च में यानी करीब 250 या 300 रुपए में यह यात्रा कर पाएगा। रोज करीब 10,000 यात्री रोपवे से जा सकेंगे। इससे सभी भक्तों को एक बड़ी राहत मिलेगी।
इससे यात्रियों की संख्या तो बढ़ेगी लेकिन दिलचस्प ढंग से भवन पर सुविधा मांगों के दबाव में भारी कमी आएगी। इस लिहाज से यह बोर्ड के लिए भी वरदान होगा क्योंकि भवन पर सीमित स्थान के चलते बढ़ती संख्या का प्रबंधन एक बड़ी चिंता थी। नए साल पर भक्तों को पहली बार भवन पर रुकने के लिए फैमिली रूम्स की सुविधा भी मिलेगी। इसके तहत 8 बिस्तरों वाला कमरा मिलेगा जिसमें वाशरूम्स अटैच्ड होगा। साल 2022 तक भवन पर कुल आवासीय सुविधा 3000 बिस्तर की थी। अब पुराने दुर्गा भवन को नए सिरे से बनाकर यहां एकसाथ 3000 और यात्रियों के ठहरने का विशेष प्रबंध किया गया है। खास बात यह है कि यह नि:शुल्क है। भक्तों को नि:शुल्क साफ-सुथरी डोरमैट्री ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर उपलब्ध कराई जाती है। इसी भवन में कुछ अलग कमरे भी बनाए गए हैं जिन्हें आप शुल्क देकर हासिल कर सकते हैं।