Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Nov, 2025 07:04 AM

Som Pradosh Vrat upay 2025: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को अत्यंत शुभ माना गया है। हर माह के त्रयोदशी तिथि को रखा जाने वाला यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। मान्यता है कि प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का समय, वह पावन घड़ी होती...
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Som Pradosh Vrat upay 2025: सनातन धर्म में प्रदोष व्रत को अत्यंत शुभ माना गया है। हर माह के त्रयोदशी तिथि को रखा जाने वाला यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है। मान्यता है कि प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के बाद का समय, वह पावन घड़ी होती है जब भगवान शिव कैलाश पर्वत पर नृत्य (तांडव) करते हैं और समस्त देवी-देवता उनका गुणगान करते हैं। इस काल में किया गया पूजन साधक के जीवन से नकारात्मक ऊर्जा, रोग और दोष दूर करता है।

कब है नवंबर 2025 का पहला सोम प्रदोष व्रत?
नवंबर 2025 का पहला प्रदोष व्रत सोमवार, 3 नवंबर को पड़ रहा है। सोमवार का दिन स्वयं भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है, इसलिए इस दिन पड़ने वाला प्रदोष व्रत सोम प्रदोष व्रत कहलाता है। यह संयोग भक्तों के लिए अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना गया है। इस दिन शिव पूजन करने से दोगुना फल प्राप्त होता है और जीवन के सभी कार्यों में सफलता के योग बनते हैं।
सोम प्रदोष व्रत पर क्या अर्पित करें?
इस विशेष दिन भगवान शिव को तीन शुभ वस्तुएं चढ़ाने से विशेष लाभ प्राप्त होता है-
बेलपत्र
बेलपत्र शिव को सबसे प्रिय हैं। सोम प्रदोष के दिन ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए 5, 7, 11 या 21 बेलपत्र अर्पित करें।
इससे पापों का नाश, दीर्घायु, और धन-संपन्नता का आशीर्वाद मिलता है।
भांग और धतूरा
शिव जी के प्रिय पदार्थों में भांग और धतूरा का विशेष स्थान है।
इन्हें श्रद्धा से चढ़ाने से रोग और नकारात्मक ऊर्जाओं से रक्षा होती है तथा मन शांत रहता है।
धतूरा चढ़ाने से घर में अन्न और धन की वृद्धि होती है।

दूध और पंचामृत से अभिषेक
शिवलिंग का अभिषेक कच्चे दूध और पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर) से अवश्य करें। यह उपाय चंद्र दोष, मानसिक तनाव, और कर्ज से मुक्ति के लिए अत्यंत प्रभावी है। पंचामृत से अभिषेक करने पर शिव-पार्वती की कृपा से घर-परिवार में सुख-समृद्धि और करियर में उन्नति के योग बनते हैं।
Auspicious Donations दान और शुभ कर्म
प्रदोष व्रत के दिन शमी के पौधे का दान करना अत्यंत शुभ माना गया है।
शमी पत्र अर्पित करने से शनि दोष शांत होते हैं और अवरोधित कार्यों में गति मिलती है।
साथ ही गरीबों को दूध, दही, वस्त्र और दीपदान करने से भगवान शिव विशेष प्रसन्न होते हैं।
3 नवंबर 2025 का सोम प्रदोष व्रत अत्यंत दुर्लभ और शक्तिशाली योग लिए हुए है। जो भी साधक इस दिन श्रद्धा, मंत्र-जप और नियमपूर्वक शिव की पूजा करता है, उसके सभी शुभ कार्य पूर्ण होते हैं और जीवन में शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य का वरदान मिलता है। इस दिन शाम के प्रदोष काल में दीप प्रज्वलित करें, “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें और शिवलिंग पर ये तीन वस्तुएं अर्पित करें, यही आपके जीवन की हर मनोकामना पूरी करने का दिव्य उपाय है।
