Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jul, 2018 11:21 AM
शनि देव संतुलन और न्याय प्रिय ग्रह है। अनुचित काम करने वालों तथा बेईमान लोगों को शनि देव पीड़ित करतें हैं। ईमानदार एवं परिश्रमी लोगों को पुरस्कृत भी करतें हैं। जन्म-कुंडली में शनि को मात्र तीन स्थानों तृतीय, षष्टम एवं एकादशी पर ही शुभ माना जाता है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)
शनि देव संतुलन और न्याय प्रिय ग्रह है। अनुचित काम करने वालों तथा बेईमान लोगों को शनि देव पीड़ित करतें हैं। ईमानदार एवं परिश्रमी लोगों को पुरस्कृत भी करतें हैं। जन्म-कुंडली में शनि को मात्र तीन स्थानों तृतीय, षष्टम एवं एकादशी पर ही शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार जब शनि जन्म कालीन चंद्र से द्वादश, प्रथम एवं दूसरे स्थान पर आता है तो इसे शनि की ‘‘साढ़ेसाती’’ के नाम से जाना जाता है। शनि एक राशि में अढ़ाई वर्ष तक रहता है। इसके अलावा जब जन्म के समय चंद्र से शनि चतुर्थ एवं अष्टम स्थान से परिवर्तित होता है तो इसे शनि के ‘‘ढैया’’ के नाम से जाना जाता है।
शनि के बारे में तमाम बातें हैं कि वह बहुत ही क्रूर ग्रह है और यदि अपनी पर आ जाए तो तबाह करने से भी बाज नहीं आते, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। अच्छे और शुभ कर्म करने वाले लोगों को उच्च होकर उनके भाग्य को बढ़ाते है। शनि के प्रतिकूल होने पर जातकों का विवेक समाप्त हो जाता है। निर्णय की शक्ति काम नहीं करती। प्रयास करने पर भी सभी कार्यों में असफलता ही हाथ लगती है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। अनेक रोगों की उत्पत्ति का कारक बन जाता है।
शनि मकर और कुंभ राशि का स्वामी है। इसका उच्च स्थान तुला राशि तथा नीच स्थान मेष राशि है। शनि सीमा ग्रह कहलाता है क्योंकि जहां सूर्य का प्रभाव समाप्त होता है, वहीं से शनि का प्रभाव प्रारंभ हो जाता है।
यदि लगन में शनि हो तो जातक की खोपड़ी को अकारण गर्म बनाए रखता है जिस कारण व्यक्ति को बात-बात पर क्रोध आता है और वह आग बबूला हो जाता है। जिनके हाथ का रंग काला हो गया हो तथा पति-पत्नी में विवाद बना रहता हो, लड़ाई-झगड़ा और मुकद्दमा बना रहता हो तो ग्रह का प्रकोप अर्थात् ग्रह की महादशा या अंतर्दशा लगी हुई समझनी चाहिए। इसके लिए कुछ विशेष उपाय बताए गए हैं, जिन्हें शनिवार के दिन करने से लाभ मिलेगा।
उपाय
पुष्य नक्षत्र में श्रीफल, तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला रंग के वस्त्र, काले पुष्प, काली गाय का दान करें। गरीबों को काले कंबल व जूते दान करने से लाभ मिलता है।
शनि के प्रभाव को कम करने के लिए बंदरों को केले, मीठी खीर, गुड़-चने खिलाने चाहिए।
शनिवार के दिन काले कुत्ते को एक रोटी मीठा रखकर खिलाने से कुंडली में हो रहे प्रभाव को कम किया जा सकता है।
शुद्ध देसी काले रंग की गाय को गुड़-चने और दो रोटी खिलाएं।
इस दिन गरीबों को दूध, फल एवं मिठाई का दान करें।
WOW ! अगर इन Letter से शुरू होता है आपके Partner का नाम तो खुशनसीब हैं आप (देखें VIDEO)