Edited By Prachi Sharma,Updated: 17 Aug, 2025 07:18 AM

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का हर हिस्सा एक विशेष ऊर्जा को धारण करता है। बाथरूम वह स्थान है जहां न केवल शारीरिक गंदगी साफ की जाती है, बल्कि वहां से नकारात्मक ऊर्जा भी निकलती है। चूंकि बाथरूम में पानी का प्रवाह लगातार बना रहता है
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Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का हर हिस्सा एक विशेष ऊर्जा को धारण करता है। बाथरूम वह स्थान है जहां न केवल शारीरिक गंदगी साफ की जाती है, बल्कि वहां से नकारात्मक ऊर्जा भी निकलती है। चूंकि बाथरूम में पानी का प्रवाह लगातार बना रहता है और यह जगह नम रहती है इसलिए यह स्थान नकारात्मक ऊर्जा का वाहक माना जाता है। अगर बाथरूम का दरवाजा खुला रहता है, तो यह नकारात्मक ऊर्जा शयनकक्ष या अन्य हिस्सों में फैल सकती है। विशेष रूप से रात के समय, जब वातावरण शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार जरूरी होता है, तब खुले बाथरूम से निकलती ऊर्जा आपके स्वास्थ्य, मानसिक स्थिति और आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
वास्तु के अनुसार क्यों बंद रखें बाथरूम का दरवाजा ?
नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश
रात में जब आप सोते हैं, तो शरीर और मस्तिष्क दोनों विश्राम की स्थिति में होते हैं। ऐसे में आस-पास का वातावरण अगर नकारात्मक हो, तो यह आपकी नींद, मानसिक शांति और अगली सुबह की ऊर्जा को प्रभावित करता है।
धन हानि का संकेत- वास्तु मान्यता है कि बाथरूम का खुला दरवाजा घर की लक्ष्मी ऊर्जा को नष्ट करता है। इससे आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है और खर्चे बढ़ सकते हैं।

स्वास्थ्य समस्याएं- बाथरूम में बैक्टीरिया, नमी और दुर्गंध का निवास होता है। अगर दरवाज़ा खुला रहेगा, तो ये सभी तत्व आपके सोने वाले कमरे में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे एलर्जी, सांस की दिक्कतें और नींद में खलल जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
मानसिक तनाव- कई बार लोगों को बिना कारण तनाव, चिड़चिड़ापन और थकान महसूस होती है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि बाथरूम की नकारात्मक ऊर्जा आपके मानसिक क्षेत्र को प्रभावित कर रही है।
