Edited By Sarita Thapa,Updated: 13 Dec, 2025 03:27 PM

नवविवाहित जीवन की शुरुआत प्रेम, सामंजस्य और ढेर सारी नई उम्मीदों के साथ होती है। वास्तु शास्त्र का मानना है कि घर का हर कोना, विशेष रूप से नवविवाहितों का बेडरूम उनके रिश्ते की नींव और भविष्य की स्थिरता को प्रभावित करता है।
Vastu Tips: नवविवाहित जीवन की शुरुआत प्रेम, सामंजस्य और ढेर सारी नई उम्मीदों के साथ होती है। वास्तु शास्त्र का मानना है कि घर का हर कोना, विशेष रूप से नवविवाहितों का बेडरूम उनके रिश्ते की नींव और भविष्य की स्थिरता को प्रभावित करता है। बेडरूम की सही दिशा, कमरे की व्यवस्था और सोने की स्थिति, पति-पत्नी के बीच केवल शारीरिक ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और मानसिक बंधन को भी मजबूत करती है। एक गलत दिशा का बेडरूम अनावश्यक तनाव, कलह और अस्थिरता पैदा कर सकता है। तो आइए जनाते हैं कि नवविवाहित लोगों का बेडरूम किस दिशा में होना चाहिए।
बेडरूम के लिए सबसे शुभ दिशा
वास्तु के अनुसार, नवविवाहित जोड़े के बेडरूम के लिए सबसे शुभ दिशा उत्तर-पश्चिम है। इस दिशा को वायु तत्व से जोड़ा जाता है। यह दिशा स्थिरता और गतिशीलता दोनों प्रदान करती है। नई शादी के शुरुआती वर्षों में यह दिशा पति-पत्नी के बीच प्यार और लचीलापन बनाए रखने में मदद करती है, खासकर यदि वे किराए के घर में रह रहे हों या उन्हें जल्द ही घर बदलना हो।
कौन सी दिशा से बचें
दक्षिण-पूर्व
यह दिशा अग्नि तत्व की है, जो क्रोध, तनाव और अनावश्यक बहस को बढ़ा सकती है। नवविवाहितों को इस दिशा में सोने से बचना चाहिए।
उत्तर-पूर्व
यह दिशा पूजा-पाठ और ध्यान के लिए उत्तम है। इस दिशा में बेडरूम होने से जोड़े का ध्यान भौतिक जीवन और गृहस्थी के सुखों से हटकर आध्यात्मिकता की ओर जा सकता है, जो गृहस्थ जीवन के लिए सही नहीं माना जाता।
सोने की सही दिशा और नियम
बेडरूम की दिशा के बाद, सबसे महत्वपूर्ण है बिस्तर पर सिर रखने की सही दिशा। नवविवाहितों को हमेशा दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए। यह दिशा चुम्बकीय प्रवाह के कारण सबसे अधिक स्थिरता, शांति और गहरी नींद प्रदान करती है। यह संबंध में मजबूती और दीर्घायु लाती है। यदि दक्षिण दिशा संभव न हो, तो पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोया जा सकता है। यह सकारात्मकता और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।

बिस्तर की सही व्यवस्था
बिस्तर हमेशा कमरे के दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम हिस्से में रखना चाहिए।
दीवार से लगा होना
बिस्तर को हमेशा दीवार से सटाकर रखें, ताकि स्थिरता बनी रहे। बिस्तर कमरे के बीचों-बीच नहीं होना चाहिए।
बीम और खिड़कियां
बिस्तर के ऊपर कोई बीम नहीं होना चाहिए। खिड़की के नीचे सिर करके भी नहीं सोना चाहिए, क्योंकि इससे ऊर्जा का प्रवाह बाधित होता है और नींद में खलल पड़ता है।
बेडरूम का रंग और सजावट
कमरे में हल्के और सुखदायक रंगों का इस्तेमाल करें, जैसे हल्का गुलाबी, क्रीम, हल्का हरा, या बादामी। ये रंग प्यार, शांति और रोमांस को बढ़ाते हैं। बेडरूम में दो तकिए, दो शोपीस या दो वस्तुओं का जोड़ा ही रखें, जो एकता का प्रतीक हो।
