Edited By Lata,Updated: 09 Aug, 2018 03:28 PM
हर किसी के जीवन में अपने सपनों का महल बनाने की चाह रहती है। अपना घर बनवाते समय व्यक्ति के मन में ये बात हमेशा रहती है कि उसका घर महल जैसा हो ताकि उसकी आने वाली पीढ़ी भी सुख और आराम के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सके।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें VIDEO)
हर किसी के जीवन में अपने सपनों का महल बनाने की चाह रहती है। अपना घर बनवाते समय व्यक्ति के मन में ये बात हमेशा रहती है कि उसका घर महल जैसा हो ताकि उसकी आने वाली पीढ़ी भी सुख और आराम के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सके। लेकिन कुछ लोगों के साथ अक्सर ये देखने को मिलता है कि नए घर में प्रवेश करने के बाद परेशानियों का सामना करना पड़ता है या परिवार का कोई सदस्य किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हो जाता है। अपनी इन्हीं मुसीबतों को कम करने के लिए इंसान को लोन का सहारा लेना पड़ता है और इसे न चुकाने के कारण वह धीरे-धीरे कर्ज में डूब जाता है। कई बार हालात एेसे हो जाते है कि उसे अपना आशियाना गिरवी रखवाना पड़ता है।
वास्तुशास्त्र में घर नीलाम या गिरवी होने का कारण उसकी बनावट ही उसकी वजह बताई गई है। मकान के ढांचे की वजह से उसमें वास्तु दोष पैदा हो जाता है, जिसके कारण उसे अपना घर बेचना पड़ता है। इस स्थिति में वास्तुदोष को दूर करके निश्चित ही मकान को नीलाम होने से बचाया जा सकता है। आईए जानते हैं कैसे-
मकान सेल होने का कारण उत्तर-पश्चिम दिशा में वास्तु दोष होने की वजह से होता है। जैसे इस कोण में गड्ढा होना या इस दिशा का दक्षिणी पश्चिमी कोण से ज्यादा ऊंचा होना।
जिस घर का मेन गेट उत्तर दिशा में और सड़क की दिशा में दक्षिणी पश्चिमी में भी द्वार हो तो ऐसा मकान या व्यापार स्थल एक के हाथ नहीं बल्कि अलग-अलग हाथों में जाएगा।
जिस घर में उत्तर की अपेक्षा दक्षिण दिशा अधिक खाली हो और पूर्व की ओर कोई खाली स्थान न हो तो उस मकान में रहने वाले लोगों को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ता है।
वास्तु गुरू कुलदीप सलूजा
thenebula2001@gmail.com
राशि अनुसार सावन में करें ये काम, फिर देखें भोले का चमत्कार (देखें VIDEO)