Edited By Riya bawa,Updated: 01 Aug, 2020 11:44 AM

अगर किसी भी लक्ष्य को हासिल करना है तो यह मायने नहीं रखता कि कहां रहते या और कौन सा काम करते है। लक्ष्य को पाने के लिए यह मायने रखता है कि आप अपने उसके लिए कितने ईमानदार हैं और उसे पाने के लिए कितनी कड़ी मेहनत करते हैं। यह ख़बर है महाराष्ट्र के...
नई दिल्ली- अगर किसी भी लक्ष्य को हासिल करना है तो यह मायने नहीं रखता कि कहां रहते या और कौन सा काम करते है। लक्ष्य को पाने के लिए यह मायने रखता है कि आप अपने उसके लिए कितने ईमानदार हैं और उसे पाने के लिए कितनी कड़ी मेहनत करते हैं। यह ख़बर है महाराष्ट्र के बारामती की जहां के रहने वाले मां बेटे ने एक साथ दसवीं की परीक्षा में पास कर मिसाल कायम की है।
सिलाई के साथ पास की 10 वीं की परीक्षा
मां ने घर का काम और कंपनी में सिलाई का काम करते हुए दसवीं की परीक्षा में पास की जो कि नौजवानों के लिए एक प्रेरणा है। बात कर रहे है बारामती की रहने वाली एक बेटे की मां बेबी गुरव की जो कि टेक्सटाइल पार्क में पायनियर कैलिकोज़ कंपनी में सिलाई का काम करती हैं।

पारिवारिक कारणों से रह गई 10 वीं
बेबी गुरव की पारिवारिक कारणों से 10 वीं पास करने का सपना अधूरा रह गया था। कई बार उन्होंने पढ़ाई पूरी करने की सोची, मगर हालात खराब होने के कारण ये मुमकिन नहीं हो पा रहा था। जब उनका लड़का सदानंद दसवीं कक्षा में पढ़ रहा था, तब उनके मन में फिर से पढ़ाई की इच्छा हुई, उनके पति प्रदीप ने काफी प्रोत्साहित किया। पति के प्रोत्साहन और बेटे का साथ मिला तो उन्होंने दोबारा किताबें उठाईं और पढ़ाई शुरू कर दी।

बेबी गुरव ने मैट्रिक परीक्षा के साथ घर का काम संभालते हुए और कंपनी में सिलाई का काम करते हुए बेबी को जितना भी खाली वक्त मिला, वो तैयारी में लगी रहीं। इस तरह उन्होंने अपने बेटे के साथ दसवीं की परीक्षा दी।