Edited By Rohini Oberoi,Updated: 18 Dec, 2025 11:06 AM

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। घर से बिना बताए निकला 11 साल का मासूम बच्चा करीब 900 किलोमीटर दूर गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गया। सोमवार रात पुलिस और परिजनों की मदद से वह सुरक्षित वापस लखनऊ...
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर इलाके से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। घर से बिना बताए निकला 11 साल का मासूम बच्चा करीब 900 किलोमीटर दूर गुजरात के अहमदाबाद पहुंच गया। सोमवार रात पुलिस और परिजनों की मदद से वह सुरक्षित वापस लखनऊ लौट आया है। पुलिस ने कानूनी कार्यवाही पूरी करने के बाद बच्चे को उसके माता-पिता को सौंप दिया है।
घर छोड़ने की क्या थी वजह?
पुलिस पूछताछ में बच्चे के घर छोड़ने के पीछे की जो वजह सामने आई उसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। 10 दिसंबर को किशोर अपने साथ स्कूल में कंडोम लेकर पहुंचा था। सहपाठियों (Classmates) ने यह देख लिया और इसकी शिकायत प्रिंसिपल से कर दी। स्कूल में बच्चे को कड़ी डांट पड़ी और प्रिंसिपल ने उसके माता-पिता को स्कूल बुला लिया। जब बच्चा स्कूल से घर लौटा तो उसकी मां ने गुस्से में उसे एक थप्पड़ मार दिया। इसी बात से आहत और नाराज़ होकर वह अपनी साइकिल लेकर घर से निकल गया।
लखनऊ से अहमदाबाद तक का सफर
एसीपी गाजीपुर अनितया विक्रम सिंह के अनुसार बच्चे ने पूछताछ में अपने सफर के बारे में विस्तार से बताया। किशोर घर से साइकिल लेकर सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां उसने अपनी साइकिल खड़ी कर दी। वह स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन में सवार हो गया। ट्रेन चलने के बाद उसने बगल में बैठे एक सहयात्री से पूछा कि यह ट्रेन कहां जा रही है?
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यात्री ने बताया कि ट्रेन अहमदाबाद जा रही है। किशोर डरा नहीं और उसी ट्रेन में बैठा रहा जब तक वह अहमदाबाद नहीं पहुंच गया। अहमदाबाद पहुंचने के बाद उसकी मुलाकात एक फैक्ट्री वर्कर से हुई। उस व्यक्ति ने बच्चे को सहारा दिया और वह एक दिन उसके साथ ही रहा।
सुरक्षित घर वापसी
बच्चे के लापता होने के बाद लखनऊ पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही थीं। सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम अहमदाबाद रवाना हुई और बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया। मंगलवार को लखनऊ में बच्चे के बयान दर्ज किए गए और काउंसलिंग (Counseling) के बाद उसे शांत कराया गया। यह घटना बच्चों की मानसिक स्थिति और माता-पिता के व्यवहार के बीच के तालमेल पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है।