Edited By Surinder Kumar,Updated: 23 Mar, 2021 03:24 PM

ऊना विजिलेंस टीम ने आज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया गगरेट ब्रांच के मैनेजर व उसके एक एजेंट को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
ऊना(सुरेन्द्र): ऊना विजिलेंस टीम ने आज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया गगरेट ब्रांच के मैनेजर व उसके एक एजेंट को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। पुष्टि करते हुए ए.एस.पी. विजिलेंस सागर चंद्र ने बताया कि शिकायतकर्ता राकेश कुमार निवासी गगरेट ने विजिलेंस में शिकायत की थी कि इसने अपने एक छोटे लकड़ी के उद्योग के लिए गगरेट के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लोन लिया था। लोन की किस्तें निरंतर नहीं देने से बैंक ने उसके लोन को एन.पी.ए. घोषित करके 2019 में फैक्टरी को सील कर दिया था व ताले लगा दिए लगवा दिए थे। पिछले महीने 26 फरवरी को इसने सारा पैसा चुकता करके लोन अकाऊंट बंद कर दिए थे लेकिन बैंक द्वारा ताले नहीं खोले जा रहे थे।
यह मैनेजर आशीष कुमार के पास बार-बार गया च मैनेजर बहाने करता रहा। कभी कहा कि अभी डी.जी.एम. का अनुमोदन आएगा व कभी कहा कि डी.जी.एम. ने कहा है 20,000 ले लो। फिर एक दिन उसने कहा कि 20000 रुपए लगेंगे। रुपए दे दो उसी वक्त ताले खुलवा दूंगा, मैनेजर आशीष कुमार ने खुद पैसे लेने से मना किया व कहा कि यह एजेंसी के एक आदमी अनिल कुमार को दे देना। राकेश कुमार ने विजिलेंस में शिकायत की, शिकायत पर एफ.आई.आर. दर्ज की गई तथा ट्रैप लगाया गया तथा 20000 एजेंसी के आदमी को देते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। एजेंसी का आदमी अनिल कुमार तथा मैनेजर आशीष कुमार दोनों ही मौके पर मौजूद थे व ताले खुलवा रहे थे। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 तथा 7ए के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच की जा रही है।