Edited By Pardeep,Updated: 16 Sep, 2020 11:42 PM
ब्रिटेन के कारोबार, ऊर्जा और उद्योग रणनीति मंत्री आलोक शर्मा ने अंतरिक्ष में कचरे से निपटने के लिए 10 लाख पौंड के सरकारी निवेश की पुष्टि की। भारतीय मूल के मंत्री ने कहा कि यह राशि सात कंपनियों में बांटी जाएगी, जो दैनिक महत्व के
लंदनः ब्रिटेन के कारोबार, ऊर्जा और उद्योग रणनीति मंत्री आलोक शर्मा ने अंतरिक्ष में कचरे से निपटने के लिए 10 लाख पौंड के सरकारी निवेश की पुष्टि की। भारतीय मूल के मंत्री ने कहा कि यह राशि सात कंपनियों में बांटी जाएगी, जो दैनिक महत्व के उपग्रहों के सामने अंतरिक्ष के कचरे से उत्पन्न होने वाले जोखिम से निपटेंगी।
सात परियोजनाएं खतरनाक अंतरिक्ष कचरे पर नजर रखने के लिए कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई) या नयी संवेदी प्रौद्योगिकी विकसित करेंगी। अपनी व्यापक रणनीति के तहत ब्रिटेन की अंतरिक्ष एजेंसी ने रक्षा मंत्रालय के साथ एक आधिकारिक करार किया है। इसके तहत दोनों मिलकर पृथ्वी की कक्षा में मौजूद खतरे या ‘अंतरिक्ष के कबाड़' की निगरानी करेंगे। ये कबाड़ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र (आईएसएस) और इसके चालक दल के सदस्यों के लिए भी खतरा बन सकते हैं।
शर्मा ने कहा, ‘‘पृथ्वी की कक्षा में मौजूदा वक्त में अंतरिक्ष के कबाड़ के लाखों टुकड़े चक्कर लगा रहे हैं। यह ब्रिटेन की उस उपग्रह प्रणाली के लिए जोखिम हैं, जो मोबाइल कनेक्टिविटी और मौसम के पूर्वानुमान जैसी कई प्रमुख सेवाओं के लिए आवश्यक हैं। हम अक्सर इनकी अनदेखी कर देते हैं।'' उन्होंने कहा कि नयी एआई और संवेदी प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए हम सात अंतरिक्ष परियोजनाओं को सहायता प्रदान कर रहे हैं।
ये अंतरिक्ष के इन खतरनाक कबाड़ पर नजर रखने की ब्रिटेन की क्षमता को बढ़ाएंगी। इसके साथ ही ये नयी नौकरियों के सृजन और रोजमर्रा की जरूरत वाली सेवाओं की सुरक्षा में मदद करेगी। एक अनुमान के मुताबिक पृथ्वी की कक्षा में वर्तमान में कुल 16 करोड़ से अधिक कबाड़ के टुकड़े मौजूद हैं। इनमें एक सेंटीमीटर से बड़े टुकड़ों की संख्या करीब नौ लाख है। इस कचरे के एक बहुत छोटे हिस्से की ही अभी पहचान की जा सकी है।