Edited By ,Updated: 26 Aug, 2016 10:00 AM
काबुल स्थित ‘अमरीकन यूनीवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान’ पर घंटों चले आतंकी हमले में छात्रों और एक प्रफेसर समेत 13 लोगों की मौत हुई है...
काबुल: काबुल स्थित ‘अमरीकन यूनीवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान’ पर घंटों चले आतंकी हमले में छात्रों और एक प्रफेसर समेत13 लोगों की मौत हुई है ।
राष्ट्रपति ने पाक पर लगाया आरोप
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति कार्यालय का कहना है कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इस हमले की साजिश पाकिस्तान की धरती पर रची गई थी । राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान पर दोष मढ़ा और आरोप लगाया कि वह सीमा पार तालिबान को सुरक्षित पनाह दे रहा है । उन्होंने कहा कि हमले की योजना पाकिस्तान में बनी थी ।
पाक के सेना प्रमुख राहील शरीफ से की फोन पर बात
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि गनी ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख राहील शरीफ से फोन पर बात की और ‘‘कड़ी कार्रवाई’’ की मांग की । गनी के बयान में मृतकों की संख्या 13 बताई गई है । अफगानिस्तान सरकार ने गुरुवार को कहा कि हमले के दौरान छात्र काफी घबरा गए थे और जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद रहे थे । गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने कहा, ‘‘ज्यादातर लोग कक्षाओं की खिड़कियों के पास गोली लगने से मारे गए हैं ।’’
गौरतलब है कि आतंकियों का यह हमला बुधवार की शाम एक कार में जोरदार विस्फोट के साथ शुरू हुआ था । इसके बाद आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और गोलियां बरसाते हुए फॉरन स्टाफ और लोगों के लिए ठहरने के लिए बने कॉम्प्लेक्स में जा घुसे । मंत्रालय का कहना है कि 9 पुलिस अधिकारियों सहित 36 लोग घायल हुए हैं । अशरफ गनी ने इस हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा है कि यह अफगानिस्तान की प्रगति को रोकने वाला है। उन्होंने कहा कि ऐसे हमले आतंकवाद के खिलाफ सरकार के लड़ने की इच्छा को मजबूत ही करेंगे । अफगानिस्तान ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि उस पर हमलों के लिए आतंकी पाकिस्तानी धरती का इस्तेमाल कर रहे हैं ।