Edited By Tanuja,Updated: 23 Sep, 2025 05:33 PM

गाजा शहर में नकाबपोश हमास आतंकियों ने तीन फिलिस्तीनियों को सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी, आरोप था कि वे इजरायल के सहयोगी थे। शिफा अस्पताल के बाहर हुई इस वारदात के दौरान भीड़ नारे लगा रही थी।
International Desk: इजरायल के लगातार हमलों और गाजा में जारी तबाही के बीच, हमास आतंकियों ने अपने ही तीन फिलिस्तीनी नागरिकों को **इजरायल के साथ विश्वासघात करने के आरोप में सरेआम मौत के घाट उतार दिया। यह घटना गाजा सिटी के शिफा अस्पताल के बाहर हुई, जो लंबे समय से इजरायली जमीनी हमलों का केंद्र माना जा रहा है।न्यूयॉर्क पोस्ट और बीबीसी की रिपोर्टों के मुताबिक तीनों फिलिस्तीनियों की आँखों पर पट्टी बाँधी गई और उन्हें जमीन पर घुटनों के बल बैठाया गया। उनके सामने नकाबपोश हमास आतंकी स्वचालित हथियार लेकर खड़े थे।
एक बंदूकधारी अरबी भाषा में एक कागज़ से मौत का “फतवा” पढ़ रहा था। भीड़ “नारे” लगाती रही और फिर आतंकियों ने तीनों को गोलियों से भून दिया। इसके बाद शवों पर हस्तलिखित नोट छोड़ दिए गए, जिन पर लिखा था:“तुम्हारा विश्वासघात तुम्हें बिना सज़ा के नहीं बख्श सकता।” मारे गए लोगों में से एक का नाम यासर अबू शबाब बताया गया है। आरोप है कि वह इजरायल का प्रमुख सहयोगी था। वह इजरायली नियंत्रण वाले राफ़ा क्षेत्र में सक्रिय एक सशस्त्र कबीले का नेतृत्व करता था। यह कबीला खुद को हमास का विरोधी बताता था। हालांकि अबू शबाब ने कभी सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार नहीं किया कि इजरायल ने उसके समूह को हथियार दिए थे।
हमास के गृह मंत्रालय ने इन हत्याओं को सही ठहराते हुए कहा कि मृतक लोग “इजरायल के साथ मिलकर देशद्रोह” कर रहे थे। रॉयटर्स को एक फिलिस्तीनी सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई “फिलिस्तीनी प्रतिरोध के संयुक्त अभियान” का हिस्सा थी।न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, इसमें हमास की क़स्साम ब्रिगेड, इस्लामिक जिहाद और मुजाहिदीन ब्रिगेड जैसे सशस्त्र गुट शामिल थे।