Edited By ,Updated: 23 May, 2017 10:30 AM
पाकिस्तान की एक महिला सांसद ने दावा किया है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर 2012 में हुआ तालिबान का हमला ‘‘रचा गया एक नाटक’’ था।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक महिला सांसद ने दावा किया है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर 2012 में हुआ तालिबान का हमला ‘‘रचा गया एक नाटक’’ था। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सांसद मुसर्रत अहमदजेब ने उर्दू अखबार ‘उम्मत’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मलाला पर हमले का नाटक पहले से रच गया था ।’’ उन्होंने इस बात पर भी संदेह जताया कि हमले के समय गोली मलाला के सिर में लगी थी।
मलाला के सिर में कोई गोली नहीं मिली
मुसर्रत ने ट्वीट किया, ‘‘मलाला के सिर में गोली मारी गई लेकिन स्वात में हुए सीटी स्कैन में उनके सिर में कोई गोली नहीं मिली। परंतु हां, पेशावर के सीएमएच अस्पताल में दाखिल होते ही उनके सिर में गोली पहुंच गई।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि मलाला का उपचार करने वाले चिकित्साकर्मियों को सरकार ने जमीन दी। सांसद ने दावा किया कि मलाला ने जब बीबीसी के लिए गुल मकाई नाम से कहानियां लिखीं तब उनको पढऩे और लिखने नहीं आता था।
पार्टी पहले ही कर चुकी है मुसर्रत से खुद को अलग
उन्होंने कहा कि एक अमेरिकी तीन महीने तक मलाला के घर में रहा और उनको भविष्य की भूमिका के लिए प्रशिक्षित किया। यह स्पष्ट नहीं है कि सांसद ने इस तरह की बातें क्यों की हैं। उधर, तहरीक-ए-इंसाफ के प्रवक्ता शफकत महमूद ने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही अनुशान तोडऩे को लेकर खुद को मुसर्रत से अलग कर चुकी है। गौरतलब है कि तालिबान के हमले के बाद चर्चा में आईं मलाला को नोबेल का शांति पुरस्कार मिला था।