Edited By Tanuja,Updated: 05 Oct, 2025 03:16 PM

जॉर्जिया में शनिवार को राष्ट्रपति भवन के बाहर प्रदर्शन भड़का। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा बैरियर तोड़कर फर्नीचर जलाया। पुलिस ने आंसू गैस और वॉटर कैनन से भीड़ को रोकने की कोशिश की। विपक्ष का आरोप है कि सरकार रूस समर्थक एजेंडे पर काम कर रही है और यूरोप...
International Desk: बांग्लादेश, नेपाल, फ्रांस और मोरक्को के बाद जॉर्जिया में भी जनता का विरोध भड़क गया। शनिवार को लोकल चुनावों के अंत के समय हजारों प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च कर गए। भीड़ ने सुरक्षा बैरियर तोड़कर घुसने की कोशिश की। राजनीति विशेषज्ञों के अनुसार अगर ऐसे ही प्रदर्शन चले तो जॉर्जिया में तख्तापलट हो सकता है।
कुछ मुखौटे पहने युवकों ने राष्ट्रपति भवन के बाहर फर्नीचर और कुर्सियों में आग लगा दी। पुलिस ने आंसू गैस, वॉटर कैनन और पेपर स्प्रे का इस्तेमाल कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। कई जगह झड़पें हुईं और कई घायल हुए। बख्तरबंद वाहनों को तैनात किया गया और शहर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू जैसी स्थिति बन गई।
विपक्षी दलों का आरोप है कि सत्तारूढ़ ‘जॉर्जियन ड्रीम पार्टी’ रूस समर्थक एजेंडे पर काम कर रही है और देश को यूरोप से दूर ले जा रही है। प्रदर्शनकारी यूरोप और यूक्रेन के झंडे लेकर ‘यूरोप या मौत’ और ‘रूस नहीं’ के नारे लगा रहे थे। पिछले साल के विवादित संसदीय चुनाव के बाद से विपक्ष लगातार सड़कों पर है। स्थानीय चुनावों में विपक्ष ने बॉयकॉट किया और जनता को सड़कों पर उतरने की अपील की। “हम यूरोपीय बनना चाहते हैं, लेकिन सरकार हमें मॉस्को की गुलामी में वापस धकेल रही है।”