Edited By Tanuja,Updated: 06 Nov, 2018 12:38 PM
आज अमेरिका में मध्यावधि चुनाव हो रहे हैं। इसके तहत अमेरिकी संसद यानी सीनेट के उच्च सदन की 100 में से 35 सीटों और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स यानी निचले सदन की सभी 435 सीटों पर सांसद चुने जाएंगे। इस बार के चुनाव में रिकॉर्ड 12 भारतीय-अमेरिकियों के सामने...
वॉशिंगटनः आज अमेरिका में मध्यावधि चुनाव हो रहे हैं। इसके तहत अमेरिकी संसद यानी सीनेट के उच्च सदन की 100 में से 35 सीटों और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स यानी निचले सदन की सभी 435 सीटों पर सांसद चुने जाएंगे। इस बार के चुनाव में भारत की समोसा ब्र्रिगेड के रिकॉर्ड 12 भारतीय-अमेरिकियों के अमेरिकी संसद में चुने जाने का मौका है।
10 साल पहले तक यूएस कांग्रेस (संसद) में सिर्फ बॉबी जिंदल ही इकलौते भारतीय-अमेरिकी थे। 2016 में रिकॉर्ड 5 भारतीय अमेरिकी संसद पहुंचे। इन सभी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था। इस बार के 12 भारतवंशी उम्मीदवारों में 10 अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
भारतवंशी उम्मीदवार |
पार्टी |
सदन |
हीरल तिपिरनेनी |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
अनीता मलिक |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
प्रमिला जयपाल |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
राजा कृष्णमूर्ति |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
रो खन्ना |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
डॉ अमी बेरा |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
प्रेस्टन कुलकर्णी |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
संजय पटेल |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
हैरी अरोड़ा |
रिपब्लिकन |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
जितेंद्र दिगांवकर |
रिपब्लिकन |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
आफताब पुरेवल |
डेमोक्रेट |
हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव |
शिव अयादुरै |
निर्दलीय |
सीनेट |
अमेरिका की आबादी में अभी भारतीय 1% से भी कम हैं। हालांकि, राजनीति में उनका प्रभाव देखते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी ने इस साल भी 9 भारतीयों को उम्मीदवार बनाया है। इनमें से 4 अपनी जीती हुई सीट बचाने के लिए लड़ेंगे। दूसरी तरफ, रिपब्लिकन पार्टी ने भी 2 उम्मीदवारों टिकट दिया है, जबकि एक पूर्व रिपब्लिकन इस साल निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे। मध्यावधि चुनाव में भारतीय मूल की पहली महिला सांसद प्रमिला जयपाल की जीत आसान मानी जा रही है। लेकिन तीन बार के सांसद अमी बेरा का मुकाबला कैलिफोर्निया सीट पर रिपब्लिकन के मजबूत नेता एंड्रू ग्रांट से है। इलिनॉय सीट से रिपब्लिकन पार्टी ने कृष्णमूर्ति के सामने भारतीय-अमेरिकी जितेंद्र दिगांवकर को खड़ा किया है।
भारत की समोसा ब्रिगेड को बचानी होंगी अपनी सीटें
2012 के चुनाव में भारत के डॉक्टर अमी बेरा ने चुनाव जीतकर हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव्स में जगह बनाई थी। वे भारत के दिलीप सिंह सौंद (1957) और बॉबी जिंदल (2004) के बाद संसद पहुंचने वाले तीसरे भारतीय थे। अमी बेरा के चुने जाने के बाद भारतीय मूल के तीन और उम्मीदवारों ने चुनाव जीतकर संसद में जगह बना ली। इनमें इलिनॉय से जीतकर राजा कृष्णमूर्ति, कैलिफोर्निया से रो खन्ना और वॉशिंगटन से प्रमिला जयपाल सदन में पहुंचे थे। सदन में चार सांसदों के पहुंचने के बाद इस ग्रुप को समोसा ब्रिगेड नाम से पहचाना जाता है।