Edited By PTI News Agency,Updated: 22 Sep, 2021 10:20 AM
बेंगलुरु, 21 सितंबर (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने मंगलवार को कहा कि सरकार धर्मांतरण का नियमन करने के लिए एक कानून बनाने पर विचार कर रही है, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक ने कहा कि उनकी अपनी मां ने प्रलोभन का शिकार...
बेंगलुरु, 21 सितंबर (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने मंगलवार को कहा कि सरकार धर्मांतरण का नियमन करने के लिए एक कानून बनाने पर विचार कर रही है, क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक ने कहा कि उनकी अपनी मां ने प्रलोभन का शिकार होकर ईसाई धर्म अपना लिया है।
होसदुर्गा से भाजपा विधायक गूलीहट्टी शेखर ने विधानसभा में शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि राज्य में जबरन या प्रलोभन के माध्यम से धर्मांतरण काफी बढ़ गया है। उन्होंने इसके लिए अपनी ही मां का उदाहरण दिया।
ज्ञानेंद्र ने विधानसभा में अपने जवाब में कहा, "यह मुद्दा (धर्मांतरण का) सरकार के संज्ञान में आया है, लोगों को प्रलोभन देकर एक धर्म से दूसरे धर्म में धर्मांतरित करना एक दंडनीय अपराध है। हम ऐसी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। देश भर में धर्मांतरण पर एक व्यापक नेटवर्क काम कर रहा है।"
इस तरह के धर्मांतरण को विधेयक लाकर या किसी अन्य तरीके से नियंत्रित करने के संबंध में गंभीर चर्चा हुई है।
उन्होंने कहा, "किसी विशेष धर्म के अनुयायियों को बढ़ाने के लिए, लोगों को प्रलोभन के माध्यम से या उनके स्वास्थ्य की स्थिति का दुरुपयोग करके धर्मांतरित करना सही नहीं है।"
उन्होंने कहा कि स्वेच्छा से किसी भी धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता है।
मंत्री ने आगे कहा कि धर्म परिवर्तन के लिए प्रलोभन या दबाव बनाना एक "अक्षम्य अपराध" है और इससे समाज में शांति भंग हो सकती है।
उन्होंने कहा, "सरकार यह जानती है कि इसे नियंत्रित करने की जरूरत है।"
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