Edited By Yaspal,Updated: 17 Sep, 2024 11:39 PM
केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है। यहां भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया
नई दिल्लीः केंद्र सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट भारतमाला परियोजना के तहत बनाए गए दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता सवालों के घेरे में है। यहां भांडारेज इंटरचेंज के पास पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया। सड़क के बीचोबीच करीब 15 फिट गहरा गड्ढा होने से निर्माण कंपनी की लापरवाही को उजागर हो गई है। इसका पता चलते ही एनएचएआई के अधिकारियों में खलबली मच गई। हालांकि इससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। ऐसे में निर्माण कंपनी की टीम मेंटेनेंस में जुटी है।
बता दें दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का एक बड़ा हिस्सा राजस्थान से होकर गुजरता है। जो दौसा, संवाई माधोपुर,अलवर और कोटा जैसे जिलों से होकर गुजरती है। राजस्थान में यह करीब 400 किलोमीटर है। बीते दिनों भी इस एक्सप्रेस वे पर एक गाड़ी का हवा में उछलते हुए का वीडियो वायरल हुआ था।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे बदहाली का शिकार
पीएम मोदी ने फरवरी 2023 में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के सोहना-दौसा सेक्शन का उद्घाटन किया था। लेकिन मानसून की पहली बारिश के बाद से इस एक्सप्रेस वे पर लगातार शिकायतें आ रही है। बारिश की वजह से सड़क पर गड्ढे हो रहे हैं। पहले भी गड्ढे की शिकायत हुई थी जबकि इस वजह से की सड़क हादसे भी हुए हैं। दौसा क्षेत्र में करीब 100 से भी ज्यादा हादसे हुए हैं। अब एक और बड़ा गड्ढा बना है। बताया जा रहा है कि यह इतना बड़ा गड्ढा है जिससे एक बड़ा हादसा हो सकता था।
सोशल मीडिया पर हाल ही में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे की बदहाली का एक वीडियो वायरल हुआ था। जो सवाई माधोपुर क्षेत्र का था। इस वीडियो के सामने आने के बाद इसकी जांच की गई। जांच में निर्माण की घटिया क्वालिटी सामने आई इसके बाद सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने एक्शन लेते हुए एक्सप्रेसवे के दो इंजीनियर बर्खास्त कर दिए। साथ ही बड़ा जुर्माना भी लगाया गया था। वहीं एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए विशेषज्ञों की टीम भी बनाई गई है।