Edited By Rohini Oberoi,Updated: 07 Jul, 2025 02:55 PM

उत्तर प्रदेश के खैर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक महिला के साथ हुए एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाले मामले का खुलासा हुआ है। आरोप है कि कुछ युवकों ने महिला को कार में बिठाकर जूस पिलाया। अंधेरे का फायदा उठाकर रातभर उसको शारीरिक संबंध...
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश के खैर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक महिला के साथ हुए एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाले मामले का खुलासा हुआ है। आरोप है कि कुछ युवकों ने महिला को कार में बिठाकर जूस पिलाया। अंधेरे का फायदा उठाकर रातभर उसको शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया और फिर अश्लील वीडियो बनाकर चार साल तक बंधक बनाकर उसके साथ छेड़छाड़ करते रहे। इस दौरान उसे वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लगातार ब्लैकमेल भी किया जाता रहा।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि पति से विवाद होने के बाद वह अपने मायके जा रही थी। रास्ते में तकीपुर के पास पीछे से एक कार में सवार आरोपी मदनलाल आज़ाद, अरुण वाल्मीकि और अभिषेक उसे मिले।
उन्होंने पीड़िता को गांव छोड़ने का बहाना बनाकर अपनी कार में बैठा लिया। रास्ते में उन्होंने गर्मी का बहाना करते हुए कार रोकी और एक गिलास में जूस पिलाया। महिला का आरोप है कि जूस में नशीला पदार्थ मिला हुआ था जिसे पीते ही वह बेहोश हो गई।
रातभर छेड़छाड़ और फिर दिल्ली में 4 साल तक बंधक
पीड़िता के गांव पहुंचने पर आरोपियों ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए उसे अपनी कार समेत अपने घर पर ले गए। रातभर मदनलाल ने महिला के साथ छेड़खानी की और उसका अश्लील वीडियो बना लिया। आधी रात के बाद जब उसे होश आया तो उसने आरोपियों के चंगुल से भागने की कोशिश की लेकिन तीनों ने उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने के डर से उन्होंने महिला के हाथ, पैर और मुंह बांधकर कार में डाला और दिल्ली स्थित अपने मकान (मदनवीर, थाना अंबेडकर नगर) ले गए।
दिल्ली में आरोपियों ने महिला को लंबे समय तक नशीले पदार्थों का सेवन कराकर चार साल तक बंधक बनाए रखा और लगातार उसके साथ छेड़छाड़ करते रहे। पीड़िता ने बताया कि जब उसे होश आता तो आरोपी उसके पति राकेश और बच्चों की हत्या करने के साथ-साथ वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। इस मानसिक प्रताड़ना से परेशान होकर पीड़िता ने आत्महत्या की कोशिश भी की।
पीड़िता ने हिम्मत कर बताई आपबीती
इस बीच पीड़िता के पति राकेश ने 30 अगस्त 2022 को दिल्ली के साकेत थाने में अपनी पत्नी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। आरोपियों ने पीड़िता से कई खाली कागजों पर भी हस्ताक्षर करा लिए थे जिनका वे अवैध उपयोग कर सकते हैं।
हालांकि 20 नवंबर 2022 को पीड़िता मौका पाकर आरोपियों के चंगुल से निकल भागी और सीधे अपने मामा के पास नोएडा पहुँच गई। वहाँ उसने अपनी पूरी आपबीती सुनाई। इसके बाद पति को बुलाया गया और जब वे घटना की रिपोर्ट लिखाने थाना साकेत पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि घटना स्थल खैर क्षेत्र का होने के कारण उन्हें अपने ही क्षेत्र में रिपोर्ट दर्ज करानी होगी।
अरुण, अभिषेक और मदन के डर से पीड़िता अब तक खैर कोतवाली नहीं आई थी और अपने पति के साथ ग्रेटर नोएडा में रह रही थी। रिपोर्ट दर्ज न होने के कारण उपरोक्त तीनों का हौसला बुलंद हो गया और वे पीड़िता के मोबाइल पर मैसेज करके धमकी देते रहे कि वे उसके पति व बच्चों को झूठे मुकदमों में फंसा देंगे।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पीड़िता की विस्तृत तहरीर के आधार पर खैर कोतवाली पुलिस ने नामजद अरुण, अभिषेक और मदनलाल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून के कटघरे में लाया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और ऐसे गंभीर अपराधों से निपटने की चुनौती पर सवाल खड़े कर दिए हैं।