Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 06:46 PM

आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू थे इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता...
नई दिल्ली: आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू थे इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता और न ही इस सच को कोई बदल सकता है। यहीं सच हमें अपनी आने वाली पीढ़ी और उन्हें अपनी पीढ़ी तक पहुंचाना है। लेकिन भाजपा इस समान्य ज्ञान को बदलती हुई दिखाई दे रही है। भाजपा अपनी समान्य ज्ञान की कुछ किताबों से इन्ही सच को झुठलाने में लगी है।
किताब में पहली महिला प्रधानमंत्री का नहीं कोई जिक्र
जानकारी के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी समारोह के लिए बनाई गई समिति ने सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसके लिए जो 70 पन्ने की किताब जारी की गई उसमें प्रथम राष्ट्रपति, गवर्नर जनरल, उप राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, उप प्रधानमंत्री आदि के नाम का जिक्र है। इस किताब में ना तो भारत के पहले प्रधानमंत्री का जिक्र है और न ही पहली महिला प्रधानमंत्री का। हालांकि यूपी की पहली महिला सीएम सुचेता कृपलानी का जिक्र है। यह किताब लाखों बच्चों को तमाम सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में बांटी गई है।

आरएसएस को बताया सबसे मजदूर संगठन
वहीं महापुरुषों की सूची में स्वामी विवेकानंद,भीमराव अंबेडकर, गुरु गोविंद सिंह, बिरसा मुंडा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, नानाजी देशमुख, मदनमोहन मालवीय, डा.हेडगेवार, वीर सावरकर, कबीर दास, पटेल और लक्ष्मीबाई का नाम है लेकिन महात्मा गांधी का कहीं कोई जिक्र नहीं है। पेज नंबर 41 पर आर्थिक परिदृश्य शीर्षक से जो बातें बताई गई हैं, उसमें सबसे पहला बिंदु है- भारत सरकार द्वारा किस वर्ष में योजना आयोग को समाप्त किया गया है। दूसरा और तीसरा बिंदु नीति आयोग पर है। आगे के बिंदुओं में आरएसएस के अनुशांगिक संगठन भारतीय मजदूर संघ को भारत का सबसे बड़ा मजदूर संगठन बताते हुए शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्रियों की सूची इस पुस्तिका में नहीं शामिल
उत्तर प्रदेश के इतिहास की चर्चा करते हुए पुस्तिका बताती है कि वाराणसी शहर भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित है। यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि भारत के इतिहास की बात करते हुए आजाद भारत के अबतक के प्रधानमंत्रियों की सूची इस पुस्तिका में शामिल नहीं है न ही उत्तर प्रदेश के अबतक के मुख्यमंत्रियों की सूची को ही इस पुस्तिका में शामिल किया गया है।