केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मकर संक्रांति और सूर्य के उत्तरायण के पर्व पर अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना की। शाह अपने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे और भगवान जगन्नाथ की आरती और पूजा में शामिल हुए। बता दें कि आज देशभर में मकर संक्रांति, उत्तरायण, पोंगल और असम बिहू की धू
नेशनल डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को मकर संक्रांति और सूर्य के उत्तरायण के पर्व पर अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ मंदिर में की पूजा-अर्चना की। शाह अपने परिवार के साथ मंदिर पहुंचे और भगवान जगन्नाथ की आरती और पूजा में शामिल हुए। बता दें कि आज देशभर में मकर संक्रांति, उत्तरायण, पोंगल और असम बिहू की धूम है। बता दें कि देशभर में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से जाना जाता है।

गुजरात में इसे उत्तरायण के नाम से जाना जाता है तो पंजाब-हरियाणा में इसे खिचड़ी या मकर संक्रांति भी कहते हैं। गोवा,ओडिशा, बिहार, झारखंड, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, और जम्मू आदि प्रांतों में मकर संक्रांति कहते हैं। तमिलनाडु में इसे पोंगल के रूप में मनाते हैं।

उत्तरायण की मान्यता
मकर संक्रांति पर सूर्यदेव दक्षिणायण से उत्तरायण होते हैं। सूर्य का मकर रेखा से उत्तरी कर्क रेखा की ओर जाना 'उत्तरायण ' तथा कर्क रेखा से दक्षिणी मकर रेखा की ओर जाना 'दक्षिणायण' कहलाता है। उत्तरायण काल को ऋषि मुनियों ने जप, तप और सिद्धि प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना है। इसे देवताओं का दिन माना जाता है। श्री मद्भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने भी कहा है कि उत्तरायण के छह माह में पृथ्वी प्रकाशमय होती है। भावात्मक रूप से उत्तरायण शुभ और प्रकाश का प्रतीक है इसलिए इस दिन लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और मंदिरों में जाकर दान आदि देते हैं।

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