Edited By Mahima,Updated: 05 Sep, 2024 10:26 AM
दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा के निवासियों के लिए एक खुशखबरी आई है। प्याज की कीमतों में लंबे समय से हो रही बढ़ोतरी को लेकर राहत की खबर है। Delhi-NCR में प्याज अब 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर उपलब्ध होगा, जो कि मौजूदा बाजार दर से काफी कम है।
नेशनल डेस्क: दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा के निवासियों के लिए एक खुशखबरी आई है। प्याज की कीमतों में लंबे समय से हो रही बढ़ोतरी को लेकर राहत की खबर है। Delhi-NCR में प्याज अब 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर उपलब्ध होगा, जो कि मौजूदा बाजार दर से काफी कम है।
प्याज की कीमतों में गिरावट
हाल के दिनों में, दिल्ली में प्याज की कीमतें 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं, जिससे आम उपभोक्ताओं के लिए इसे खरीदना महंगा हो गया था। लेकिन अब केंद्र सरकार ने प्याज की कीमतों पर नियंत्रण पाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। केंद्र सरकार गुरुवार से प्याज को 35 रुपये प्रति किलो की दर पर बेचने की शुरुआत करेगी। खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्री प्रह्लाद जोशी कृषि भवन से प्याज की इस खुदरा बिक्री का उद्घाटन करेंगे।
खुदरा दुकानों के माध्यम से बेचा जाएगा
Delhi-NCR के निवासियों के लिए प्याज खरीदने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। प्याज को मोबाइल वैन और एनसीसीएफ (नेशनल कंज्यूमर कोऑपरेटिव फेडरेशन) की खुदरा दुकानों के माध्यम से बेचा जाएगा। इन मोबाइल वैन के जरिए प्याज की बिक्री दिल्ली के कृषि भवन, एनसीयूआई कॉम्प्लेक्स, राजीव चौक मेट्रो स्टेशन, पटेल चौक मेट्रो स्टेशन और नोएडा के कुछ हिस्सों सहित 38 स्थानों पर की जाएगी।
बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण
इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय आपूर्ति को सुधारना और सामानों की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण पाना है। एनसीसीएफ ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से सीधे प्याज खरीदी है और बफर स्टॉक तैयार किया है। इसका लक्ष्य उपभोक्ताओं को अत्यधिक कीमतों से बचाना और बिचौलियों द्वारा की जाने वाली अतिरिक्त कीमतों से उन्हें राहत देना है।
अन्य राज्यों में प्याज की कीमतें
प्याज की कीमतों में गिरावट केवल Delhi-NCR तक सीमित नहीं है। अन्य राज्यों में भी प्याज सस्ती कीमतों पर मिल रही है। आंध्र प्रदेश में प्याज की कीमत 36.41 रुपये प्रति किलो, तमिलनाडु में 27.5 रुपये प्रति किलो, और नगालैंड में 30 रुपये प्रति किलो है। इस नई व्यवस्था से Delhi-NCR के निवासियों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी और उनकी घरेलू बजट पर पड़ने वाले असर को कम किया जा सकेगा। उपभोक्ता इस सुनहरे मौके का लाभ उठाकर सस्ते दामों पर प्याज खरीद सकते हैं और महंगाई से राहत पा सकते हैं।