Edited By Anu Malhotra,Updated: 20 Sep, 2025 11:35 AM

भारत की सबसे बड़ी महिला अरबपतियों में से एक, रेणुका जगतियानी की कहानी संघर्ष और सफलता का शानदार उदाहरण है। जिनके पति कभी लंदन की सड़कों पर टैक्सी चलाकर गुजारा करते थे, आज वे खुद ₹50,000 करोड़ से अधिक की संपत्ति और 17 देशों में फैले विशाल कारोबारी...
नेशनल डेस्क: भारत की सबसे बड़ी महिला अरबपतियों में से एक, रेणुका जगतियानी की कहानी संघर्ष और सफलता का शानदार उदाहरण है। जिनके पति कभी लंदन की सड़कों पर टैक्सी चलाकर गुजारा करते थे, आज वे खुद ₹50,000 करोड़ से अधिक की संपत्ति और 17 देशों में फैले विशाल कारोबारी साम्राज्य की मालकिन हैं। रेणुका ने अपने परिवार के कारोबार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है और साबित किया है कि मेहनत और लगन से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनकी कहानी प्रेरणा से भरपूर है और भारतीय महिला उद्यमियों के लिए एक मिसाल बनी हुई है।
रेणुका जगतियानी लैंडमार्क ग्रुप की चेयरपर्सन हैं, जो दुबई बेस्ड एक विशाल रिटेल और हॉस्पिटैलिटी समूह है। 1973 में स्थापित इस ग्रुप के पास दुनिया भर में 2200 से ज्यादा स्टोर्स हैं, जिनमें मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, साउथ ईस्ट एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप के देश शामिल हैं। भारत में भी यह ग्रुप तेजी से विस्तार कर रहा है और अब 900 से ज्यादा स्टोर्स के साथ देश के प्रमुख रिटेल ब्रांड्स में शुमार है।
रोचक बात यह है कि आज अरबपति रेणुका जगतियानी के पति मिक्की जगतियानी कभी लंदन की सड़कों पर टैक्सी चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते थे। 1970 के दशक में मिक्की ने कई संघर्ष देखे और लंदन के होटलों में सफाईकर्मी से लेकर कैब ड्राइवर तक का काम किया। 1973 में परिवार को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा और मिक्की ने 6,000 डॉलर के साथ बहरीन में बच्चों के प्रोडक्ट्स की दुकान शुरू की, जिसे बाद में लैंडमार्क नाम दिया गया। धीरे-धीरे यह कारोबार फैलता गया और 1992 में मिक्की और रेणुका दुबई चले गए, जहाँ उन्होंने लैंडमार्क ग्रुप को और बड़ा बनाया।
मिकी जगतियानी के निधन के बाद रेणुका ने कारोबार की कमान संभाली और अपने मेहनत और दूरदर्शिता से ग्रुप का विस्तार जारी रखा। अब वे न केवल लैंडमार्क ग्रुप की प्रमुख हैं, बल्कि भारत की सबसे संपन्न महिलाओं में भी गिनी जाती हैं। उनकी संपत्ति 5.7 अरब डॉलर के करीब है, जिसमें हाल ही में काफी इजाफा भी हुआ है।