Edited By Mansa Devi,Updated: 04 Dec, 2025 01:19 PM

दुनिया में अलग-अलग समुदायों की अपनी-अपनी परंपराएं होती हैं, लेकिन अफ्रीका की नील नदी घाटी में रहने वाली एक जनजाति का रिवाज सुनकर हर कोई हैरान हो जाता है। इस जनजाति का नाम है लुओ (Luo Tribe), जो निलोटिक समुदाय का हिस्सा है।
नेशनल डेस्क: दुनिया में अलग-अलग समुदायों की अपनी-अपनी परंपराएं होती हैं, लेकिन अफ्रीका की नील नदी घाटी में रहने वाली एक जनजाति का रिवाज सुनकर हर कोई हैरान हो जाता है। इस जनजाति का नाम है लुओ (Luo Tribe), जो निलोटिक समुदाय का हिस्सा है। इन लोगों की मान्यताएं इतनी अनोखी हैं कि आज के आधुनिक समय में भी ये सदियों पुरानी प्रथाओं को निभा रहे हैं। इनकी परंपराओं में जन्म, विवाह और मृत्यु से जुड़े कई रिवाज हैं, मगर सबसे अधिक चर्चा उस रिवाज की होती है जिसमें विधवा महिला को अपने पति के शव के साथ एक रात सोना पड़ता है।
लुओ जनजाति कहाँ से आई?
इतिहास के अनुसार लुओ समुदाय मूल रूप से सूडान में रहता था। समय के साथ यह जनजाति पलायन करके—
➤ पश्चिमी केन्या
➤ उत्तरी युगांडा
उत्तरी तंजानिया के कई इलाकों में बस गई।
देश भले अलग हों, लेकिन इनके रीति-रिवाज और सांस्कृतिक पहचान एक जैसी ही है। यह जनजाति धोलुओ भाषा बोलती है और अभी भी अपने पूर्वजों की परंपराओं को जीवन का हिस्सा मानती है।
पति की लाश के साथ क्यों सोती है महिला। लुओ समुदाय में यह परंपरा बेहद भावुक और आध्यात्मिक मानी जाती है।
रिवाज के अनुसार—
अगर किसी पुरुष की मृत्यु हो जाए
तो उसकी पत्नी को उसके शव के पास रात बितानी होती है।
यह प्रथा किसी तरह की सजा या डर पैदा करने के लिए नहीं होती, बल्कि इसे महिला की अपने दिवंगत पति के प्रति अंतिम जिम्मेदारी माना जाता है। इनका विश्वास है कि पति-पत्नी का संबंध मृत्यु के बाद भी खत्म नहीं होता। महिला का शव के पास सोना इस बात का प्रतीक है कि वह अपने पति की आत्मा का सम्मान कर रही है और उसे विदाई दे रही है। समुदाय के लोग मानते हैं कि जब तक आत्माएं यह तय नहीं कर लेतीं कि महिला जीवन में आगे बढ़ सकती है या नहीं, तब तक यह संबंध आध्यात्मिक रूप से बना रहता है।
सपने में मिलती है दूसरी शादी की मंजूरी
लाश के साथ रात गुजारने के बाद, विधवा महिला एक सपने का इंतजार करती है, जिसे यह समुदाय बेहद गंभीरता से लेता है। यही सपना महिला के आगे के जीवन का फैसला करता है:
मंजूरी का संकेत: अगर महिला के सपने में उसका दिवंगत पति उससे प्यार करता हुआ दिखाई देता है, तो यह माना जाता है कि पति की आत्मा ने उसे दूसरी शादी करके जीवन में आगे बढ़ने की मंजूरी दे दी है।
आगे बढ़ने की आजादी: समुदाय का मानना है कि इस सपने के आने के बाद ही विधवा महिला फिर से अपना जीवन शुरू कर सकती है।
माने जाते हैं।
शादी में दूल्हे का परिवार दुल्हन के परिवार को वधूमूल्य (Bride Price) के रूप में मवेशी देता है।
किसी विवाद या मुआवजे में भी यही मवेशी चलन में आते हैं।
क्यों निभाते हैं ऐसी परंपराएं?
बाहरी दुनिया को यह परंपरा अजीब लग सकती है, लेकिन लुओ समुदाय के लिए इसका महत्व गहरा है। उनके अनुसार—
यह रिवाज परिवार की इज्जत को बनाए रखता है
➤ आत्माओं को शांत करता है, और घर-परिवार पर किसी बुरी शक्ति या दिवंगत आत्मा का असर नहीं होने देता।
➤ इनका मानना है कि इससे परिवार में शांति और सुरक्षा बनी रहती है।