Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Mar, 2021 01:25 PM

केंद्र सरकार सरकार ने सोमवार को सदन में बताया कि कोरोना के कारण सशस्त्र बलों के 119 कर्मियों की जान गई जबकि इन बलों में संक्रमण के 44,766 मामले सामने आए। वहीं 2014 से लेकर अब तक सशस्त्र बलों में 787 लोगों ने खुदकुशी की। सबसे ज्यादा 591 आत्महत्याएं...
नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार सरकार ने सोमवार को सदन में बताया कि कोरोना के कारण सशस्त्र बलों के 119 कर्मियों की जान गई जबकि इन बलों में संक्रमण के 44,766 मामले सामने आए। वहीं 2014 से लेकर अब तक सशस्त्र बलों में 787 लोगों ने खुदकुशी की। सबसे ज्यादा 591 आत्महत्याएं सेना में हुईं।
कोरोना ने भी छीनीं जिदंगी
रक्षा राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को जानकारी दी कि सेना में कोरोना वायरस संक्रमण से 81 कर्मियों की जान गई जबकि कुल मामलों की संख्या 33,003 रही। उन्होंने बताया कि वायुसेना में कोरोना वायरस संक्रमण से 36 कर्मियों की जान गई जबकि कुल मामलों की संख्या 8,159 रही।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्रीपाद नाइक ने कहा कि नियमों के तहत सेवा में रहने के दौरान किसी संक्रामक बीमारी से पीड़ित होकर जान गंवाने वाले रक्षा कर्मियों को कोई विशेष मुआवजा नहीं दिया जाता। नाइक ने कहा कि बहरहाल इस प्रकार की मौत के सभी मामलों में सेवा के दौरान मौत होने के समय दिए जाने वाले वित्तीय लाभ दिए जाते हैं।

मनोरोग केंद्र स्थापित किए
नाइक ने बताया कि आत्महत्याएं कम हों इसके लिए सशस्त्र बलों ने सैनिकों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि देश में 13 मनोरोग केंद्र स्थापित किए गए हैं। वायुसेना ने मिशन जिंदगी अभियान भी शुरू किया है।
