Edited By Hitesh,Updated: 29 Oct, 2021 02:53 PM
तमिलनाडु की चेन्नई-मसूरी-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस दक्षिणी रेलवे मंडल की एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएमएस) प्रमाणन वाली पहली ट्रेन बन गयी है। जो दक्षिण रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ट्रेन संख्या 12007/12008 डॉ एमजीआर चेन्नई सेन्ट्रल-मसूरी जंक्शन, डॉ...
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु की चेन्नई-मसूरी-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस दक्षिणी रेलवे मंडल की एकीकृत प्रबंधन प्रणाली (आईएमएस) प्रमाणन वाली पहली ट्रेन बन गयी है। जो दक्षिण रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ट्रेन संख्या 12007/12008 डॉ एमजीआर चेन्नई सेन्ट्रल-मसूरी जंक्शन, डॉ एमजीआर चेन्नई-मसूरी-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस सेवा दक्षिण रेलवे की पहली ट्रेन सेवा है जिसको आईएसओ आईएमएस 9001:2015 एवं आईएसओ 14001:2015 और आईएसओ 45001:2018 आईएमएस प्रमाण पत्र मिला है। ट्रेन का उचित रख-रखाव चेन्नई मंडल के बेसिन ब्रिज कोचिंग डिपो को सौपा गया गया है।
प्रमाणन एजेंसी द्वारा व्यापक लेखापरीक्षा और रेलवे द्वारा सभी निर्धारित मानदंडों के अनुपालन की विधिवत सत्यापन के बाद ही प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। दक्षिण रेलवे के महाप्रबंधक जॉन थॉमस ने ट्रेन सेवा का निरीक्षण किया और बेसिन ब्रिज डिपो के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम को सम्मानित किया, जिनके अथक प्रयासों से ही प्रीमियर ट्रेन सेवा के लिए उन्हें आईएमएस प्रमाणन प्राप्त हुआ है। दक्षिणी रेलवे के सूत्रों ने बताया कि चेन्नई-मसूरी-चेन्नई शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की 11 मई 1994 को शुरूआज हुई थी।