Edited By Mansa Devi,Updated: 08 Dec, 2025 11:25 AM

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में एक प्रमुख सड़क का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है। सरकार का कहना है कि यह पहल राज्य में होने जा रहे “तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट” से पहले अंतरराष्ट्रीय...
नेशनल डेस्क: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने हैदराबाद में एक प्रमुख सड़क का नाम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखने का प्रस्ताव दिया है। सरकार का कहना है कि यह पहल राज्य में होने जा रहे “तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट” से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करने की रणनीति का हिस्सा है। जिस सड़क का नाम बदलने की तैयारी है, वह हैदराबाद स्थित अमेरिकी कॉन्सुलेट जनरल के साथ गुजरने वाला मुख्य मार्ग है। इसे “डोनाल्ड ट्रंप एवेन्यू” नाम देने का प्रस्ताव है। अधिकारियों का दावा है कि अमेरिका के बाहर किसी मौजूदा राष्ट्रपति के नाम पर सड़क का नामकरण दुनिया में पहली बार होगा।
हैदराबाद में ग्लोबल ब्रांड्स के नाम पर सड़कों का प्रस्ताव
सरकार की योजना सिर्फ राजनीतिक हस्तियों तक सीमित नहीं है। हैदराबाद को ग्लोबल टेक हब बनाने में योगदान देने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भी सम्मान देने की तैयारी है।
इनमें शामिल हैं:
➤ गूगल स्ट्रीट
➤ माइक्रोसॉफ्ट रोड
➤ विप्रो जंक्शन
➤ ये नामकरण टेक सेक्टर में इन कंपनियों की भागीदारी और निवेश को मान्यता देने के लिए सुझाए गए हैं।
रतन टाटा के नाम पर 100 मीटर लंबी ग्रीनफील्ड रोड
राज्य सरकार ने पद्म भूषण रतन टाटा के नाम पर 100 मीटर लंबे एक ग्रीनफील्ड रेडियल रोड का नामकरण भी तय किया है, जो नेहरू आउटर रिंग रोड को रविरयाला और प्रस्तावित फ्यूचर सिटी से जोड़ता है।
रविरयाला इंटरचेंज को पहले ही “टाटा इंटरचेंज” नाम दिया जा चुका है। सीएम रेवंत रेड्डी का कहना है कि “दुनियाभर के प्रभावशाली लोगों या बड़ी कंपनियों के नाम पर सड़कों का नाम रखना न सिर्फ एक सम्मान है, बल्कि इससे शहर की वैश्विक पहचान भी मजबूत होती है।”
BJP का कड़ा विरोध: ‘ट्रेंडिंग नामों पर सड़कें क्यों?’
इस फैसले पर राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री और BJP नेता बंदी संजय कुमार ने रेवंत रेड्डी पर तंज कसा और कहा कि यदि कांग्रेस सरकार नाम बदलने के लिए इतनी उत्सुक है, तो पहले हैदराबाद का नाम वापस “भाग्यनगर” कर देना चाहिए।
उन्होंने लिखा:
“सरकार को ऐसे नाम बदलने चाहिए जिनका इतिहास हो और जिनका इस भूमि से मतलब हो। रेवंत रेड्डी सिर्फ वही कर रहे हैं जो ट्रेंड में है।” उन्होंने दावा किया कि लोगों के मुद्दों को उठाने और सरकार से जवाब मांगने का काम आज भी सिर्फ BJP ही कर रही है।