Edited By vasudha,Updated: 06 Sep, 2020 11:14 AM
देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 के लगातार बढ़ते प्रकोप और दिन प्रतिदिन रिकार्ड नये मामलों के साथ ही इसे नियंत्रण करने की मुहिम के तहत पिछले पांच रोज से लगातार दस लाख से अधिक संक्रमण नमूनों की जांच हो रही है और 05 सितंबर तक कुल परीक्षण का आंकड़ा चार...
नेशनल डेस्क: देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 के लगातार बढ़ते प्रकोप और दिन प्रतिदिन रिकार्ड नये मामलों के साथ ही इसे नियंत्रण करने की मुहिम के तहत पिछले पांच रोज से लगातार दस लाख से अधिक संक्रमण नमूनों की जांच हो रही है और 05 सितंबर तक कुल परीक्षण का आंकड़ा चार करोड़ 88 लाख 31 हजार 145 पर पहुंच गया। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की तरफ से रविवार को बताया गया कि पांच सितंबर को 10,92,654 कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच की गई और परीक्षण का कुल आंकड़ा 4,88,31,145 पर पहुंच गया है।
उधर देश में पिछले 24 घंटों में 90,633 नये मामलों से कुल आंकड़ा 41,13,812 संक्रमितों पर पहुंच गया और 1065 मरीजों की और मौत हो गई। देश विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण मामले में दूसरे स्थान पर आ गया है और यह जानलेवा वायरस 70,626 लोगों को लील चुका है। इससे पहले कोरोना के बढ़ते कहर को थामने के लिए दो और तीन सितंबर को लगातार दो दिन 11-11 लाख से अधिक कोरोना नमूनों की जांच की गई थी। परिषद के अनुसार तीन सितंबर को 11,69,765 कोरोना नमूनों की जांच की गई थी।
इससे पहले दो सितंबर को पहली बार देश में जांच का आंकड़ा 11 लाख से अधिक रहा और 11,72,179 नमूनों की रिकाडर् जांच की गई जो विश्व में एक दिवस में संक्रमण की सर्वाधिक जांच का रिकाडर् भी है। कोरोना के देश में लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए जांच, उपचार और संपर्क का पता लगाने पर लगातार जोर दिया जा रहा है। एक सितंबर को 10,12,367 नमूनों का परीक्षण किया गया।
इससे पहले देश में 29 अगस्त को रिकार्ड 10,55,27 नमूनों की जांच की गई थी और पहली बार 21 अगस्त को दस लाख से अधिक 10,23,836 कोरोना जांच की गई थी और एक दिन में दस लाख से अधिक संक्रमण परीक्षण करने वाला विश्व में भारत तीसरा देश बना था। संक्रमण के वेग के साथ इससे ऊबरने वाल़ों की संख्या भी रोज बढ़ रही है और पिछले 24 घंटों में 73,643 रिकाडर् संख्या में लोगों ने इसे मात दी। वायरस को कुल 31,80,867 लोग मात दे चुके हैं जबकि 8,62,320 इससे फिलहाल प्रभावित हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि मृत्यु दर घटकर 1.72 प्रतिशत और रिकवरी दर थोड़ी और सुधरकर 77.32 फीसदी हो गई।