Edited By Seema Sharma,Updated: 17 Oct, 2021 04:47 PM
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में तेजी से पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं जिसकी वजह से दिल्ली का AQI स्तर 284 पर पहुंच गया है। नासा के मुताबिक 13 अक्तूबर को पराली जलने की संख्या कम...
नेशनल डेस्क: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में तेजी से पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी हैं जिसकी वजह से दिल्ली का AQI स्तर 284 पर पहुंच गया है। नासा के मुताबिक 13 अक्तूबर को पराली जलने की संख्या कम थी। जिसकी वजह से उस दिन AQI का स्तर 171 था। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में पराली जलने की घटनाएं बढ़ती हैं तो दिल्ली का प्रदूषण का स्तर भी उसी अनुपात में बढ़ने लगता है। उत्तर भारत में बारिश की वजह से फसल देर से कटी है। अब तेजी के साथ पराली जलना शुरू हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार सभी तैयारी करके किसानों के खेतों में बायो डी कंपोजर का छिड़काव करती है। दूसरे राज्यों ने इस तरह की तैयारी नहीं की है।
केंद्र सरकार ने पंजाब को लगभग 250 करोड़ रुपए पराली के समाधान के लिए दिए हैं। इससे 50 लाख एकड़ क्षेत्र में बायो डी कंपोजर का निशुल्क छिड़काव किया जा सकता है। दिल्ली में एंटी डस्ट अभियान के तहत करीब 70 फीसदी लोग नियमों का पालन कर रहे हैं, बाकी 30 फीसदी लोगों पर कड़ी कारर्वाई की जा रही है। दिल्ली में कल से रेड लाइन ऑन गाड़ी ऑफ अभियान की शुरुआत होगी। केजरीवाल सरकार वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दीर्घकालिक और तात्कालिक कार्य योजना के साथ काम कर रही है।
राय ने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण हमेशा दिल्ली में ही रहता है। पिछले साल भी इसका अध्ययन किया था। हमने वार रूम शुरू किया और 24 घंटे हमने निगरानी शुरू की तो देखा कि जब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ती हैं तो दिल्ली का प्रदूषण का स्तर भी उसी अनुपात में बढ़ने लगता है। इस साल भी हम देख रहे हैं कि 13 अक्टूबर को एक्यूआई का स्तर 171 था। नासा के चित्रों के मुताबिक उस दिन पराली जलने की संख्या कम थी। लेकिन पिछले तीन दिन के अंदर काफी तेजी के साथ पराली जलाने की घटनाएं पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा में बढ़ी हैं। जिस तेजी के साथ पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी है, उसी तेजी के साथ कल AQI कल 284 पर पहुंच गया।