Edited By Radhika,Updated: 11 Nov, 2025 12:45 PM

दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए बम धमाके की जाँच में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस आतंकी घटना के पीछे सक्रिय कट्टरपंथी डॉक्टरों के एक पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस खतरनाक साजिश में अब तक कुल 7 मुख्य किरदारों...
नेशनल डेस्क: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए बम धमाके की जाँच में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस आतंकी घटना के पीछे सक्रिय कट्टरपंथी डॉक्टरों के एक पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस खतरनाक साजिश में अब तक कुल 7 मुख्य किरदारों की पहचान की गई है, जिनके मंसूबे दिल्ली समेत देश के कई अन्य शहरों को दहलाने के थे।

टेरर नेटवर्क के मुख्य मोहरे
जाँच में तीन डॉक्टर मुख्य रूप से शामिल हैं:
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डॉ. आदिल अहमद: अनंतनाग के एक अस्पताल में सीनियर डॉक्टर। इसे श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने के बाद सर्विलांस पर लिया गया। 6 नवंबर को सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से इसे सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया। इसके लॉकर से एक रायफल और संवेदनशील सामग्री भी मिली, जिससे फरीदाबाद के डॉ. मुजम्मिल शकील का सुराग मिला।
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डॉ. मुजम्मिल शकील: पुलवामा का रहने वाला, जो फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाता था। जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में पकड़ा गया। इसके किराए के कमरे (धौज, फरीदाबाद) से 360 किलो विस्फोटक, 20 टाइमर और 2 असॉल्ट रायफल बरामद हुईं। इसकी निशानदेही पर फरीदाबाद के एक गाँव से 2560 किलो से अधिक विस्फोटक का भारी जखीरा भी बरामद किया गया, जिसे ट्रक से ले जाने की तैयारी थी।
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डॉ. उमर मोहम्मद (संदिग्ध हमलावर): मुजम्मिल शकील का तीसरा साथी और फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज का टीचर। जाँच एजेंसियों का मानना है कि यही वह फिदायीन हमलावर था, जिसने कार में बम धमाका किया, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई। यह फिलहाल पकड़ में नहीं आया है।
महिला विंग और साजिश का कनेक्शन
नेटवर्क में एक महिला डॉक्टर भी शामिल थी:
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डॉ. शाहीना: फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई। इसे जैश-ए-मोहम्मद की महिला विंग 'जमात उल मोमीनात' का भारत में जिम्मा सौंपा गया था, जिसमें रिक्रूटमेंट तैयार करना शामिल था। इसका कनेक्शन जैश प्रमुख मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से है, जो पाकिस्तान में जैश की महिला विंग की हेड है।

धमाके वाली कार और अन्य साजिशकर्ता
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मोहम्मद सलमान (कार मालिक): दिल्ली पुलिस ने कार मालिक सलमान को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पता चला कि डेढ़ साल पहले यह कार देवेंद्र को बेची गई थी, जिसने अंबाला में किसी को, और अंत में यह पुलवामा में तारिक तक पहुँची।
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तारिक: जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा पकड़ा गया। तारिक ने ही यह I20 कार संदिग्ध हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद को बेची थी, जिसका इस्तेमाल आतंकी हमले में किया गया।
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यासिर (ब्रेनवॉशर): जम्मू-कश्मीर में 'अंसार गजावत उल हिंद' संगठन का खास सदस्य यासिर भी पकड़ा गया है। माना जा रहा है कि इस यासिर ने ही इन उच्च शिक्षित डॉक्टरों का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकी साजिश में शामिल किया था।
कार की दिल्ली में एंट्री की टाइमलाइन (धमाके का दिन)
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8:13 AM: कार का फरीदाबाद से दिल्ली सीमा में एंट्री।
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3:18 PM: कार लाल किला पार्किंग कॉम्प्लेक्स में पहुँची।
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6:52 PM: कार में बम धमाका हुआ। (इसमें 6:28 PM पर कार बाहर निकलने का समय विरोधाभासी है, जो संभवतः विस्फोट के बाद का फुटेज है।)